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कालसर्प दोष से हैं परेशान, तो मौनी अमावस्या पर करें ये 4 उपाय!

Kaal Sarp Dosh

Kaal Sarp Dosh

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में कालसर्प दोष ( Kalsarp Dosh) को अत्यंत ही अशुभ दोष माना गया है। कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। इस दोष के प्रभाव से मनुष्य के बने-बनाए कार्य रुक जाते हैं और उसे सुख, धन और शांति की हानि भी झेलनी पड़ती है। मौनी अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। इस दिन मौन व्रत, पवित्र में नदी में स्नान और ध्यान करने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है।

पंचांग के अनुसार, साल 2025 में मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी। मौनी अमावस्या के दिन स्नान और जरूरतमंदों को दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में मौनी अमावस्या के दिन कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से कालसर्प दोष से मुक्ति पाई जा सकती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन सभी आसान और सटीक उपायों को करने से व्यक्ति को जीवन में हर सफलता प्राप्त होती है। आइए जानते हैं वो आसान उपाय कौन से हैं।

कालसर्प दोष ( Kalsarp Dosh) निवारण उपाय

आप यहां पर काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए सिद्ध और सरल उपायों के बारे में जान सकते हैं

नाग-नागिन की पूजा

मौनी अमावस्या पर चांदी के नाग-नागिन की पूजा करना शुभ माना गया है। नाग नागिन की पूजा करने के बाद से इन्हें किसी पवित्र नदी में बहा देना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इससे कुंडली में कालसर्प दोष खत्म होने की संभावना बढ़ जाती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।

स्नान-ध्यान और शिव पूजा

मौनी अमावास्या के दिन पवित्र नदी में स्नान-ध्यान करें और इसके बाद भगवान शिव के तांडव स्त्रोत का विधिपूर्वक पाठ करना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है और कालसर्प दोष भी दूर हो सकता है।

तुलसी माता की पूजा

धार्मिक मान्यता के अनुसार, मौनी अमावस्या की शाम के समय तुलसी के पास घी का दीया जलाएं और 108 बार तुलसी के पौधे की परिक्रमा करें। ऐसा करने से व्यक्ति को जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिल सकती है। अमावस्या के दिन इस उपाय को करना बहुत लाभकारी होता है। आप इस घी के दीपक ईशान कोण यानी की उत्तर पूर्व की दिशा में भी जला सकते हैं।

महामृत्युंजय मंत्र का जाप

धर्म शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव के शक्तिशाली महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने से और शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करने से व्यक्ति सुख, सौभग्य, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसा करना आपको कालसर्प दोष से छुटकारा दिला सकता है।

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