प्रयागराज| बादलों की फौज भले ही सूरज को ढक ले लेकिन इससे उसकी रोशनी और ऊर्जा सदैव धरती तक पहुंचती रहती है। वक्त के थपेड़ों और विपरीत हालात के बीच पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय की रैंकिंग भले ही गिरी हो लेकिन यहां के मेधावियों का डंका आज भी बज रहा है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा-2018 का परिणाम इसकी बानगी है।
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कोरोना काल में इविवि परिसर और इसके छात्रावासों में भले ही सन्नाटा पसरा है लेकिन प्रदेश की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में इविवि से पढ़कर निकले और अध्ययनरत दर्जनों छात्रों की सफलता की गूंज चहुंओर सुनाई पड़ रही है।
विश्वविद्यालय के छात्र देर रात तक अपने सफल साथियों और सीनियर्स को बधाई देते रहे। इविवि में हिंदी से एमए कर रहे चित्रकूट के अभिषेक सिंह एसडीएम पद पर चयनित हुए हैं। वहीं इविवि से हिंदी में एमए करने के बाद अग्रसेन इंटर कॉलेज में प्रवक्ता पद पर चयनित ज्वाला यादव भी अब एसडीएम बन गए हैं।
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वहीं गाजीपुर के कासिमाबाद निवासी रितेश रंजन अपने पहले प्रयास में ही पीसीएस अधिकारी बन गए। इविवि में अंग्रेजी विभाग के शोध छात्र रितेश रंजन विद्यार्थी का चयन आबकारी निरीक्षक पद पर हुआ है। इविवि के एसएसएल हॉस्टल के अंत:वासी और दर्शनशास्त्र विभाग से पीएचडी कर चुके आजमगढ़ निवासी राजीव सिंह का चयन जिला प्रोबेशन अधिकारी पद पर हुआ है। इविवि से लॉ ग्रेज्यूएट जौनपुर के वैभव यादव अब आबकारी निरीक्षक बन गए हैं।