इस महीने में कुल चार सोमवार व्रत पड़ेंगे। प्रथम सावन सोमवार- 14 जुलाई, दूसरा सावन सोमवार- 21 जुलाई, तीसरा सावन सोमवार- 28 जुलाई, चौथा सावन ( Sawan) सोमवार- 04 अगस्त। इस व्रत में भगवान शिव की विधि विधान पूजा की जाती है। गंगाजल, दूध, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, पंच रस, इत्र, गंध, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, पंच फल, पंच मेवा, पंच मिष्ठान्न रत्न, सोना, चांदी, आम्र मंजरी, मंदार, पुष्प, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, , मौली जनेऊ से हम भगवान शिव की अर्चना करते हैं।
सावन ( Sawan) के व्रत का पारण नियम
सावन ( Sawan) सोमवार व्रत में सुबह से बिना अन्न के उपवास रखने का विधान है। श्रावण सोमवार व्रत में अन्न का सेवन नहीं किया जाता लेकिन फलाहार किया जा सकता हैं। इस दिन शिवलिंग पर बेलपत्र जरूर चढ़ाएं और हो सके तो उसका सेवन भी कर सकते हैं। इस व्रत का पारण शाम को गोधूलि वेला में ही करना चाहिए। सावन सोमवार व्रत की कथा सुनने के बाद मीठे भोजन का सेवन करें। अगले दिन सुबह-सुबह फिर से शिवजी की पूजा करें और यथाशक्ति दान आदि देकर व्रत का पारण कर लें।
सावन ( Sawan) के व्रत पारण की विधि
सावन ( Sawan) सोमवार व्रत के दिन शाम को स्नानादि करके स्वच्छ कपड़े पहन लें।
इसके बाद शिव अगर आपके घर में शिवलिंग है तो उसी का अभिषेक करें।
इसके बाद महादेव को सफेद चंदन लगाएं और उन्हें भांग, धतूरा, बिल्वपत्र, आंकड़ा आदि चीजें अर्पित करें।
भगवान की प्रतिमा के समक्ष शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
इसके बाद सावन सोमवार व्रत की कथा सुनें और भगवान शिव की आरती करें।
इसके बाद में भगवान को भोग लगाएं।
शाम के समय भगवान शिव की पूजा के बाद व्रत खोल लें।
पूजा के बाद दान जरूर करें। इसके बाद भोजन ग्रहण कर लें।
सावन ( Sawan) सोमवार व्रत में क्या खाएं?
सावन सोमवार व्रत में आप फलाहार कर सकते हैं। वहीं खीर, पूरी, दूध, दही और चावल खा सकते हैं। इस व्रत में नमक नहीं खाना चाहिए। इस व्रत में आलू लौकी या कद्दू की सब्जी भी खाई जा सकती है। इसके अलावा आप साबूदाने और मूंगफली का सेवन भी कर सकते हैं।
सावन ( Sawan) के व्रत में क्या ना खाएं?
इस व्रत में नमक का सेवन नहीं करना है। बेहतर होगा आप फलाहार लेकर ही व्रत रखें।
इस व्रत में नारियल भूलकर भी ना खाएं।
साथ ही किसी भी तामसिक चीजों का सेवन ना करें।
इस व्रत में बार-बार भोजन ना करें। इसमें एक ही समय भोजन किया जाता है।
सावन ( Sawan) सोमवार भोग
सावन सोमवार की पूजा में आप भगवान शिव को खीर,दूध, दही, भांग, पंचामृत, शहद, दूध, सफ़ेद बर्फ़ी, मालपुआ, ठंडाई, लस्सी, मेवे, फल आदि का भोग लगा सकते हैं।
सावन ( Sawan) सोमवार व्रत के लाभ
सावन सोमवार व्रत रखने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। ये व्रत वैवाहिक जीवन में सुख लाता है, अविवाहितों को जीवनसाथी मिलता है, धन और स्वास्थ्य मिलता है,संतानहीनों को संतान प्राप्त होती है, शत्रुओं का नाश होता है।