अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को बुधवार को अंतिम विदाई दी जाएगी। उनके अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से साधु-संत प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
महंत नरेंद्र गिरी के शव को पोस्टमार्टम के बाद श्री मठ बाघम्बरी गद्दी लाया जाएगा, जहां पर महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को फूलों से सजाया जाएगा। जिसके बाद फूलों से सजाये गये विशेष रथ से शव को संगम ले जाया जाएगा। वहां पर पार्थिव शरीर को संगम स्नान कराने के बाद शव को दोबारा श्री मठ बाघम्बरी गद्दी लाया जाएगा।
महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम इच्छा के मुताबिक उनकी समाधि उनके गुरु भगवान गिरि की समाधि के बगल में नींबू के पेड़ के नीचे बनाई जाएगी। उन्हें समाधि देने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एक बड़ा गड्ढा भी बनाया गया है। कई टन फूल कोलकाता, पुणे व काशी से मंगाए गए हैं। संत परंपरा के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरी को अंतिम विदाई दी जाएगी।
इस मौके पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरी भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही साथ दूसरे अखाड़ों के महंत और श्री महंत भी बड़ी संख्या में मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि सोमवार शाम लगभग 5:30 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में महंत नरेंद्र गिरी की मौत हो गई थी।
महंत नरेंद्र गिरी अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटके पाए गए थे। जिसके बाद सबसे पहले उनके आत्महत्या किए जाने की पुष्टि आईजी के पी सिंह ने की थी। लेकिन इस मामले में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उनके पूर्व शिष्य स्वामी आनंद गिरी, बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को इसके लिए जिम्मेदार बताया गया है।
इसी पत्र के आधार पर स्वामी आनंद गिरी को हरिद्वार से यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी से ही गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों को पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी। हालांकि तीसरे आरोपी संदीप तिवारी को लेकर भी गिरफ्तारी की बात कही जा रही थी। लेकिन डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने कहा है फिलहाल दो ही आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है और दोनों को ही आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीसरा आरोपी संदीप तिवारी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।