• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

सकट चौथ: संतान के खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है व्रत, जानें इसका महत्व और पूजन-विधि

Writer D by Writer D
31/01/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
sakat chauth

sakat chauth

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म के मुताबिक, सकट चतुर्थी का काफी महत्व होता है। सकट चतुर्थी का व्रत विशेष तौर पर संतान की दीर्घायु और सुखद भविष्य की कामना के लिए रखा जाता है। सकट चतुर्थी माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाई जाती है। मान्यता है कि, सकट चतुर्थी के व्रत से संतान की सारी बाधाएं दूर होती हैं। इस बार सकट चतुर्थी 31 जनवरी को पड़ रही है। इसे संकटाचौथ, तिलकुट चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं सकट चतुर्थी का महत्व और पूजन-विधि।

सकट चतुर्थी का महत्व

चतुर्थी का व्रत वैसे तो हर महीने में होता है लेकिन माघ महीने में पड़ने वाली सकट चतुर्थी की महिमा सबसे ज्यादा है। मान्यता है कि, इस दिन भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन व्रत रख संतान की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए भगवान गणेश और माता पार्वती की पूजा की जाती है।

कहा जाता है कि, सकट चौथ के दिन ही भगवान गणेश को 33 करोड़ देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। तभी से यह तिथि गणपति पूजन की तिथि बन गई। कहा जाता है कि इस दिन गणपति किसी को खाली हाथ नहीं जाने देते हैं।

सकट चतुर्थी पूजन-विधि

व्रत रखने वाले इस दिन सुबह स्नान कर निर्जला व्रत करने का संकल्प लें।

इसके बाद घर के मंदिर को साफ कर पूजा की तैयारी करें।

पूजा के लिए एक साफ चौकी लें जिस पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित करें।

इसके बाद पूरे विधि-विधान से बप्पा की पूजा करें।

फिर व्रत रखने वाली महिलाएं एक जगह एकत्रित होकर गणेश जी की कथा सुने।

बप्पा की पूजा में जल, अक्षत, दूर्वा, लड्डू, पान, सुपारी का जरूर उपयोग करें।

रात में चंद्र दर्शन के बाद इस व्रत को खोला जाता है।

Tags: sakat chauth 2021sakat chauth ka mahatava
Previous Post

31 जनवरी राशिफल : जानिए कैसा रहेगा आपके लिए महीने का आखिरी दिन

Next Post

सकट चौथ 2021: आज रखा जाएगा संकष्टि चतुर्थी का व्रत, जानें आपके शहर में कितने बजे दिखेगा चांद

Writer D

Writer D

Related Posts

Amit Shah performed Mangala Aarti at Sri Jagannath Temple
धर्म

शाह ने अहमदाबाद के श्री जगन्नाथ मंदिर में की मंगला आरती

27/06/2025
Water tank constructed at a cost of Rs 13.96 crore collapsed
Main Slider

ताश के पत्ते की तरह ढह गई 13.96 करोड़ रुपये से बनी पानी की टंकी, तीन घायल

27/06/2025
Diesel mixed with water was filled in the vehicles of CM Mohan Yadav's convoy
Main Slider

सीएम मिलावटखोरी के शिकार, काफिले की 19 गाड़ियों में भरा गया पानी वाला डीजल

27/06/2025
Carpet
Main Slider

कालीन पर चिपक गए है पालतू जानवर के बाल, तो ऐसे करें साफ

27/06/2025
Hair
फैशन/शैली

बालों को घना बनाता है ये तेल, जानें इस्तेमाल का तरीका

27/06/2025
Next Post
vinayak chaturthi 2021

सकट चौथ 2021: आज रखा जाएगा संकष्टि चतुर्थी का व्रत, जानें आपके शहर में कितने बजे दिखेगा चांद

यह भी पढ़ें

AK Sharma

नगर विकास मंत्री ने संगम पहुंचकर बड़े हनुमान जी का किया पूजन-अर्चन

06/07/2024

एसएससी ने एग्जीक्यूटिव के 5846 पदों पर भर्ती को लेकर जारी किया 2 अहम नोटिस

22/08/2020

चमोली हादसे के प्रकरण में सीएम धामी का एक्शन, इन अधिकारियों पर गिरी गाज

21/07/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version