लखनऊ। कानपुर में संजीत यादव के अपहरण के बाद हत्या मामले में सियासत गरमा गई है। शुक्रवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर पांच लाख रुपये का चेक दिया है। वहीं सपा प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम ने यूपी की योगी सरकार से 50 लाख का मुआवजा देने की भी मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी में जंगलराज है अफसर सीएम तक की बात नहीं सुनते हैं।
पीड़ित परिवार के घर पहुंचे सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अब जंगलराज कायम है, यहां कोई सुनने वाला नहीं है। गाजियाबाद में छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार ही हत्या के मामले को उठाते हुए उन्हें कहा कि अगर कोई पत्रकार आवाज उठाता है, तो उनकी आवाज भी दबा दी जाती है।
कानपुर से अपहृत इकलौते बेटे की मौत की ख़बर दुखद है. चेतावनी देने के बाद भी सरकार निष्क्रिय रही. अब सरकार 50 लाख का मुआवज़ा दे.
सपा मृतक के परिवार को 5 लाख की मदद देगी.
अब कहाँ है दिव्य-शक्ति सम्पन्न लोगों का भयोत्पादक प्रभा-मण्डल व उनकी ज्ञान-मण्डली.#PresidentRuleInUP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 24, 2020
जौनपुर में 83 कोरोना पॉजिटिव मिले , संक्रमितों संख्या हुई 1254
बता दें कि कानपुर के बर्रा से करीब एक माह पहले लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण फिरौती के लिए उसके दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया था। उन्होंने यादव की हत्या कर लाश को पांडु नदी में फेंक दिया था। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं आज इस मामले में योगी सरकार ने कार्रवाई करते हुए आईपीएस अपर्णा गुप्ता,डीएसपी मनोज कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर रणजीत राय, दो दारोगा राजेश और योगेंद्र प्रताप सिंह सहित 7 सिपाही अवधेश, दिशु भारती, विनोद कुमार, सौरभ पांडे, मनीष और शिव प्रसाद को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है।