सिद्धार्थनगर। क्षेत्र के गौरा बाजार में आयोजित सँगीतमयी श्री राम कथा के छठवें दिन निषाद राज और लंका दहन की कथा का वर्णन किया गया। डिजिटल बाबा के नाम से प्रसिद्ध कथा वाचक स्वामी रामशंकर जी महाराज के मुख से कथा सुनकर भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। पूरा पंडाल जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।
हरि किशुन वर्मा, तूफानी राम वर्मा, सुरेंद्र वर्मा, विनोद गुप्ता द्वारा कोठी गौरा बाजार में आयोजित श्री राम कथा में छठवें दिन पवन पुत्र हनुमान जी की महिमा का वर्णन किया गया। डिजिटल बाबा ने कथा में निषादराज और भगवान श्रीराम की कथा का भावपूर्ण वर्णन किया। बताया कि, किस तरह हनुमान जी अपने आराध्य श्री राम का संदेश लेकर लंका पहुंचे। माता सीता को मुद्रिका दी। फिर अपने अतुलित बल का प्रदर्शन करते हुए अपनी पूंछ से ही सोने की लंका को स्वाहा कर दिया। पूरी लंका जलकर खाक हो गई। सैकड़ों राक्षसों का वध हुआ।
रामकथा के दिव्य प्रसंगों का वर्णन सुनने के लिए भारी संख्या में भक्तजन गौरा बाजार पहुंचे। प्रभु के भजनों पर भक्तजन झूमते हुए नजर आए। लंका में माता सीता की व्यथा की कथा सुन श्रद्धालु भावुक हो गए। उनकी आंखों से अश्रुधारा बह निकली। स्वामी राम शंकर जी महाराज ने कहा कि सीता माता का भ्रम मिटाने के लिए हनुमान जी ने कहा कहे रामदूत में मातु जानकी, सत्य शपथ करुणानिधान की। लंका दहन की कथा पर परिसर जय श्री राम और वीर बजरंगी के जयकारों से गूंज उठा। इस अवसर पर ग्राम प्रधान पंकज चौबे, भगवा रक्षा वाहिनी के राकेश मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद के अर्जुन मद्धेशिया, आकाश मोदनवाल, तूफानी, विशाल पाण्डेय सहित भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।