सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैचू ऑफ यूनिटी पर आयोजित एकता परेड को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, वल्लभभाई पटेल को आज देश अपनी श्रद्धांजली दे रहा है। सरदार पटेल सिर्फ इतिहास में नहीं रहते, बल्कि वे सभी भारतीयों के दिल में रहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रीय एकता दिवस पर सभी देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। एक भारत-श्रेष्ठ भारत के लिए जीवन का हर पल जिसने समर्पित किया, ऐसे राष्ट्र नायक सरदार वल्लभभाई पटेल को आज देश अपनी श्रद्धांजली दे रहा है।
पीएम ने कहा, सरदार पटेल हमेशा चाहते थे कि, भारत सशक्त हो, समावेशी भी हो, संवेदनशील हो और सतर्क भी हो, विनम्र हो, विकसित भी हो। उन्होंने देशहित को हमेशा सर्वोपरि रखा। आज उनकी प्रेरणा से भारत, बाहरी और आंतरिक, हर प्रकार की चुनौतियों से निपटने में पूरी तरह से सक्षम हो रहा है।
नरेंद्र मोदी ने कहा, आजाद भारत के निर्माण में सबका प्रयास जितना तब प्रासंगिक था, उससे कहीं अधिक आजादी के इस अमृतकाल में होने वाला है। आजादी का ये अमृतकाल, विकास की अभूतपूर्व गति का है, कठिन लक्ष्यों को हासिल करने का है। ये अमृतकाल सरदार साहब के सपनों के भारत के नवनिर्माण का है।
मोदी ने कहा, आजादी का यह अमृत काल विकास की गति का है अद्भुत और सिद्धि को हासिल करने का है। यह सरदार साहब के भारत के नवनिर्माण का है। सरदार साहब हमारे देश को एक शरीर के रूप में देखते थे। एक जीवंत इकाई के रूप में देखते थे। इसलिए उनकी एक भारत का मतलब यह भी था, जिसमें हर किसी के लिए एक समान अवसर हो, एक समान सपने देखने का अधिकार हो।
उन्होंने कहा, आज से कई दशक पहले उस दौर में भी उनके आंदोलनों की ताकत यह होती थी कि उसमें महिला-पुरुष हर वर्ग, हर पंथ की सामूहिक उर्जा लगती थी। इसलिए आज जब हम एक भारत की बात करते हैं तो उस एक भारत का स्वरूप क्या होना चाहिए। उसे एक भारत का स्वरूप होना चाहिए। एक ऐसा भारत, जिसकी महिलाओं के पास एक से अनेक अवसर हो, एक ऐसा भारत जहां दलित, वंचित, आदिवासी, वनवासी देश का प्रत्येक नागरिक खुद को एक समान महसूस करें। एक ऐसा भारत जहां पर बिजली पानी जैसी सुविधाओं में भेदभाव नहीं, एक समान अधिकार हो यही तो आज देश कर रहा है। इसी दिशा में नित नए लक्ष्य तय कर रहा है और यह तब हो रहा है क्योंकि आज देश के हर संकल्प में सब का साथ जुड़ा हुआ है।