ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मेक्रोन द्वारा रसूले खुदा हजरत मोहम्मद की शान में गुस्ताखी के बारे में सऊदी अरब की खामोशी अफसोसजनक है।
मौलाना अब्बास ने कहा कि मेक्रोन के बयान की निंदा करते हुये कहा कि जिस तरीके से फ्रांस के राष्ट्रपति ने रसूले खुदा हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलेहे व आलेही वसल्लम की शान में गुस्ताखी की है। फ्रांस में रसूल का कार्टून बनाकर इमारतों पर लगाया जा रहा है उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। फ्रांस के मुसलमानों ने सरकार के इस कार्य पर जमकर विरोध किया वहां मुसलमान सड़कों पर निकल कर प्रदर्शन कर रहा है
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उन्होंने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि फ्रांस के इस निंदनीय काम के बाद तमाम इस्लामी देश खासकर सऊदी अरब बिल्कुल खामोश बैठा हुआ है। सऊदी अरब जहां मक्का और मदीना है जिसे इस्लाम का दिल कहा जाता है।
उन्होंने याद दिलाया कि इससे पहले इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले सलमान रशदी के खिलाफ फतवा दिया गया था तो ऐसी नौबत आ गई थी कि सलमान रशदी आगे आगे और मौत उसके पीछे पीछे चल रही थी। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब जब रसूल अल्लाह की शान में गुस्ताखी की गई है तो ईरान से ही आवाज उठी है सलमान रशदी के खिलाफ भी आयतुल्लाह खुमैनी ने आवाज उठा कर उनके खिलाफ मौत का फतवा दिया था।
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मौलाना यासूब अब्बास ने मोहब्बत करने वाले तमाम हक परस्त लोगों से अपील की कि सब लोग यूरोपियन प्रोडक्ट का बहिष्कार करें। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि सऊदी अरब का भी बहिष्कार करें क्योंकि सऊदी अरब मुसलमानों को बंधुआ मजदूर से ज्यादा कुछ नहीं समझता है।