लखनऊ| उत्तर प्रदेश भर में सत्र 20-22 में प्रवेश को प्रस्तावित बीएड काउंसलिंग में एससी-एसटी छात्रों को इस वर्ष निजी कॉलेजों में जीरो फीस पर प्रवेश नहीं मिलेगा। केवल एडेड-राजकीय कॉलेजों में जीरो फीस पर प्रवेश होंगे लेकिन यह भी बाध्यकारी नहीं रहेंगे।
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निजी कॉलेजों में फीस देकर प्रवेशित एससी-एसटी छात्रों को स्नातक में 55 फीसदी नंबर होने पर ही शुल्क की प्रतिपूर्ति होगी। इससे कम अंक पर इन छात्रों को शुल्क प्रतिपूर्ति नहीं दी जाएगी।
निदेशक समाज कल्याण द्वारा लखनऊ विवि को काउंसिलिंग में प्रवेश को लेकर भेजे गए उक्त निर्देशों की कॉपी कॉलेजों को भी भेजी गई है। जिन पर उनको अमल करना होगा। निदेशक ने लखनऊ विवि को यह पत्र 16 जून 2020 को भेजा था।
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इस फैसले का एससी-एसटी स्टूडेंट पर सीधा असर होगा। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को प्राइवेट कालेज में जीरो फीस पर प्रवेश नहीं मिलेगा।