मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को टीम-9 की बैठक में कोविड व्यवस्था की समीक्षा की। इसके साथ ही संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों से बचाव हेतु स्वच्छता अभियान चलाए जाने और कोरोना से मृतक कर्मचारियों के परिजनों को सरकारी सेवा में समायोजन करने समेत अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
सभी जिलों में भेजे जाएंगे नोडल अधिकारी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्तमान में बारिश के कारण गड्ढों व निचले स्थानों में जलभराव से बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। कई क्षेत्रों में डेंगू के मरीज सामने आए हैं। मलेरिया के केस बढ़ सकते हैं। ऐसे में साफ-सफाई का बड़ा महत्व है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पूरे प्रदेश में वृहद अभियान चलाए जाने की जरूरत है। सभी जिलों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी भेजा जाए। ये अधिकारी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की भी मॉनीटरिंग करेंगे। आशा, संगिनी, आंगनबाड़ी समेत सभी संबंधित कर्मियों को सक्रिय किया जाए।
क्लोरीन की गोली वितरित की जाए
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ग्राम्य विकास, नगर विकास, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन विभाग अंतर्विभागीय समन्वय के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष अभियान चलाया जाए। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो। लोगों को पानी उबाल कर व छान कर पीने की जानकारी दें। क्लोरीन की गोलियां वितरित की जाएं। पंचायती राज और नगर विकास विभाग द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में भी स्वच्छता-सैनीटाइजेशन का कार्य कराया जाए। यह सभी कार्य मिशन मोड में सभी 75 जिलों में तत्काल प्रारम्भ कर दिए जाएं।
डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे ने लॉन्च की ये नई वेबसाइट, जानिए क्यों है खास
कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों के परिजन को नौकरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के कारण असमय काल-कवलित हुए कार्मिकों के परिजनों के साथ शासन की पूरी सहानुभूति है। उन्होंने कहा कि अधिकांश आश्रितों को सेवायोजित किया जा चुका है, फिर भी जो केस अभी लंबित हैं, उन पर तत्काल निर्णय लें। इसमें कतई विलंब न हो।
कोविड की स्थिति में सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। कोविड की ताजा स्थिति के मुताबिक प्रदेश के 21 जिलों में एक्टिव केस शून्य हैं। अलीगढ़, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सुल्तानपुर में आज कोविड का एक भी मरीज नहीं है। यह जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख टेस्ट हो रहे हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत बनी हुई है। रिकवरी दर 98.7 फीसदी है। विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 63 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया। राज्य के 12 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 258 है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है।
ऑक्सीजन उत्पादन में जल्द आत्मनिर्भर बनेगा उत्तर प्रदेश
भविष्य की आवश्यकता के दृष्टिगत प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना अभियान स्वरूप में की जा रही है। जिला प्रशासन इन प्लांट्स के स्थापना कार्य की सतत मॉनिटरिंग करें। इन प्लांटों के संचालन के लिए आईटीआई से प्रशिक्षित 332 युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है। स्थानीय स्तर पर पैरामेडिक्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का भी व्यावहारिक प्रशिक्षण कराया जाए। बहुत जल्द उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन उत्पादन के पैमाने पर आत्मनिर्भर होगा।
न हो बिजली बिल में गड़बड़ी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि किसानों, व्यापारियों और अन्य छोटे उपभोक्ताओं के बिजली बकाये के एकमुश्त समाधान के लिए जल्द एक नई योजना शुरू की जाए। विभागीय मंत्री के साथ विचार-विमर्श कर एकमुश्त समाधान की व्यावहारिक योजना दो दिवस के भीतर प्रस्तुत की जाए। राज्य सरकार बिजली बिल उपभोक्ताओं के हित का संरक्षण करने के लिए संकल्पित है। बावजूद इसके कई जिलों से बिजली बिल में ओवरबिलिंग और फाल्स बिलिंग की शिकायतें आई हैं। फाल्स बिलिंग और ओवर बिलिंग के एक भी केस न आए। तकनीक की मदद से इसका स्थायी समाधान निकाला जाए। किसी भी दशा में उपभोक्ताओं का उत्पीड़न न हो।