भाजपा के वरिष्ठ नेता द्वारा डॉक्टर से रंगदारी मांगने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले में भाजपा नेता पर मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। डॉक्टर ने दावा किया है कि इसको लेकर पुलिस को वीडियो सहित कई अहम सुराग सौपें गए हैं।
भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष एवं जिला कार्यसमिति सदस्य संतोष कुमार पांडेय पर जिला अस्पताल में तैनात नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. शिव कुमार ने रंगदारी मांगने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता का जिला अस्पताल के बाहर मेडिकल स्टोर है और ओपीडी में आकर मेडिकल स्टोर की दवाएं लिखने का दबाव बनाते थे।
डॉ शिव कुमार के अनुसार उन्होंने दस लाख रुपये रंगदारी के रूप में मांगी और कहा कि नहीं देने पर उन्हें वह झूठे मामले में फंसा देंगे। डॉक्टर के मुताबिक इस संबंध में 10 जून को कोतवाली में शिकायती पत्र भी दिया, लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि ज्यादा दबाव पड़ने पर संतोष को एक लाख रुपये अपने घर पर दिए, यह दृश्य सीसी कैमरे में कैद हो गया है। एक लाख रुपये देने के बाद भी भाजपा नेता ओपीडी में आकर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली-गलौच करते और जानमाल के नुकसान की धमकी देते थे।मंगलवार को डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच की जिम्मेदारी सीओ वंदना सिंह को सौपीं गई है।
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उधर, डॉक्टर के सभी आरोपों को भाजपा नेता संतोष पांडे ने बेबुनियाद बताया है और इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया है। संतोष पांडेय का कहना है कि डॉ. शिव कुमार बिना लाइसेंस के निजी नर्सिंगहोम चला रहे थे। कोविड काल में उन्होंने दो मरीजों से इलाज के नाम पर 30-30 हजार रुपये ले लिए थे। वही रुपये उन्होंने वापस किए, जिसे मैंने मरीजों को दे दिए और सारे आरोप बेबुनियाद हैं।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार का कहना है कि डॉक्टर की तहरीर पर रंगदारी मांगने का केस दर्ज किया गया है। विवेचना सीओ सिटी वंदना सिंह के पास है और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।