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21 लाख दीपों से रोशन होगी राम की पैड़ी, सातवें दीपोत्सव की तैयारियां तेज

Deepotsav

Deepotsav

अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में सरयू सलिला के किनारे राम की पैड़ी पर सातवां दीपोत्सव (Deepotsav) में इक्कीस लाख दीये जलाने के लिये तैयारियां तेज कर दी गयी है।

डाॅ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने बताया कि सातवां दीपोत्सव सरयू सलिला के किनारे राम की पैड़ी पर ग्यारह नवम्बर को इक्कीस लाख दीये जलाकर नया विश्व रिकार्ड बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिसके लिये पच्चीस हजार वालंटियर, चौबीस लाख पचास हजार दीप सजायेंगे। अभी तक घाटों पर सजाने के लिये अठारह लाख पचास हजार दीये की खेप पहुंच चुकी है। इसके अलावा घाटों पर स्थित स्टोर में बयासी हजार लीटर तेल भी संग्रहित कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि आगामी सात नवम्बर तक दीये व अन्य दीपोत्सव (Deepotsav) सामाग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी और आगामी दस नवम्बर तक सभी घाटों पर दीये सजा दिये जायेंगे। ग्यारह नवम्बर को दीपोत्सव मनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि सातवें दीपोत्सव में लक्ष्य बड़ा है। प्रशासन और विश्वविद्यालय मिलकर विश्व रिकार्ड बनायेंगे। उन्होंने कहा कि सभी तन्मयता से दीये जलाकर प्रभु राम के प्रति भक्ति भाव प्रस्तुत करेंगे। पच्चीस हजार वालंटियर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय, उन्नीस इण्टर कालेज व एनजीओ के आठ से दस नवम्बर तक सभी घाटों पर दोपहर बारह बजे तक दिये सजा लेंगे। उसके बाद शाम तक गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड टीम के साथ दीपों की काउंटिंग पूरी कर ली जायेगी। उन्होंने बताया कि एक पैकेट में पांच सौ दीये हैं।

कुलपति ने बताया कि दीये में पच्चीस से तीस एम.एल. तेल आयेगा। पांच से पन्द्रह मिनट तक दीया जलेगा। दीये को स्थानीय कुम्हारों से क्रय किया गया है। इस निर्णय का लाभ स्थानीय लोगों को रोजगार के रूप में मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वालंटियर को टी-शर्ट, कैप, बाती व अन्य सामाग्री समय से उपलब्ध करा दी जायेगी। उन्होंने बताया कि वालंटियर को आई-कार्ड वितरित किया जाने लगा है। डुप्लीकेसी पर रोकथाम के लिये आई-कार्ड को फुल प्रूफ बनाया गया है।

इस कार्य में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अंजनी कुमार मिश्र, नोडल अधिकारी प्रो. एस.एस. मिश्र, मीडिया प्रभारी डा. विजयेन्दु चतुर्वेदी, डा. राजकरण पाण्डेय, डा. अनिल कुमार विश्वा तथा विश्वविद्यालय के अनेक लोगों को लगाया गया है।

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