• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

शारदीय नवरात्रि: आज का दिन मां कात्यायनी को समर्पित, इस विधि से करें अर्चना

Writer D by Writer D
11/10/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
Chaitra Navratri

Chaitra Navratri

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

शारदीय नवरात्रि में आज करें  मां ‘कात्यायनी’ की पूजा की। इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। उनके रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं।

मां का यह रूप बेहद सरस, सौम्य और मोहक

मां का यह रूप बेहद सरस, सौम्य और मोहक है। नवरात्र के दिनों में मां की सच्चे मन से पूजा की जानी चाहिए। लोग घट स्थापित करके मां की उपासना करते हैं जिससे खुश होकर मां हमेशा अपने बच्चों की झोली भर देती है।इनका ध्यान गोधुली बेला में करना होता है। मां की भक्ति पाने के लिए जातक को निम्नलिखित जाप से पूजा शुरू करनी चाहिए।

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

कथा

कहते हैं कि कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होंने भगवती की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन तपस्या की थी। उनकी इच्छा थी मां भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें। मां भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली। जिसके बाद से मां का नाम ‘कात्यायनी’ पड़ा। यही नहीं कहा जाता है कि भगवान कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा की थी। यह पूजा कालिंदी यमुना के तट पर की गई थी।

धिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित

इसी कारण यह ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इनका स्वरूप अत्यंत भव्य और दिव्य है। यह स्वर्ण के समान चमकीली हैं और भास्वर हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। दायीं तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में। मां के बांयी तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार है और नीचे वाले हाथ में कमल का फूल सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है।

अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति

इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। उसके रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं। जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि इस देवी की उपासना करने से परम पद की प्राप्ति होती है।

 

Tags: navratri 2021Navratri Newsshardiya navratriShardiya Navratri 2021
Previous Post

11 अक्टूबर राशिफल: इन राशियों पर बरसेगी मां की कृपा

Next Post

नवरात्रि में कर लें ये 7 काम, आपके सारे संकट हो जाएंगे दूर

Writer D

Writer D

Related Posts

Hair Wash
फैशन/शैली

बालों को शैंपू करते समय रखें ध्यान, दूर हो जाएंगी सभी समस्याएं

08/10/2025
Chamcham
खाना-खजाना

मीठे में बनाएं ये खास मिठाई, देखें आसान रेसिपी

08/10/2025
mix veg geavy
खाना-खजाना

इस टेस्टी डिश से बढ़ जाएगा खाने का जयका, फटाफट करें तैयार

08/10/2025
Paneer Butter Masala
Main Slider

करवा चौथ के दिनार को स्पेशल बनाएगी ये डिश, फटाफट नोट करें

08/10/2025
baby
फैशन/शैली

आपके लाडले के लिए लेटेस्ट बेबी नेम लिस्ट

08/10/2025
Next Post
Shardiya Navratri

नवरात्रि में कर लें ये 7 काम, आपके सारे संकट हो जाएंगे दूर

यह भी पढ़ें

चेतन चौहान Chetan Chauhan

कोरोना पॉजिटिव कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान अभी भी वेंटिलेटर पर, हालत नाजुक

16/08/2020
BJP leader dies after getting wrong injection

गलत इंजेक्शन लगाने से बीजेपी नेत्री की मौत, बेटी बोली- मां की डेडबॉडी को जिंदा बताकर सौंप दिया

03/04/2025
Justice NV Raman

जस्टिस एनवी रमन होंगे 48 वें चीफ जस्टिस, 24 अप्रैल को लेंगे शपथ

06/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version