अबुधाबी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मंगलवार को यहां संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के नवनियुक्त राष्ट्रपति और अबूधाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Mohamed bin Zayed ) से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने तथा उसमें विविधता लाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त की।
एक विशेष सद्भाव के तहत, शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ शेख मोहम्मद प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
मोदी (PM Modi ) ने अरबी एवं अंग्रेजी भाषाओं में ट्वीट किया, मैं अपने भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के विशेष सद्भाव से प्रभावित हूं जो मेरी अगवानी के लिए अबुधाबी हवाई अड्डे पर आए। उनका आभारी हूं। पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात के नेता के नए राष्ट्रपति के रूप में चुनाव के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। शेख मोहम्मद के साथ अपनी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने शेख खलीफा के निधन पर व्यक्तिगत रूप से संवेदना व्यक्त की। शेख खलीफा का लंबी बीमारी के बाद 73 साल की आयु में 13 मई को निधन हो गया था। मोदी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए उन्हें एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता बताया था जिनके नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध समृद्ध हुए।
देवभूमि की मित्र पुलिस को स्मार्ट पुलिस के रूप में काम करना है: धामी
भारत ने शेख खलीफा के निधन के बाद एक दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख खलीफा के पिछले महीने निधन पर राष्ट्रपति शेख मोहम्मद और शाही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ व्यक्तिगत संवेदना जताई। मोदी ने शेख मोहम्मद को संयुक्त अरब अमीरात का तीसरा राष्ट्रपति चुने जाने और अबुधाबी का शासक बनने पर बधाई भी दी। बागची ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने तथा उसमें विविधता लाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
शेख खलीफा संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक राष्ट्रपति शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के सबसे बड़े पुत्र थे। वह तीन नवंबर 2004 से अपनी मृत्यु तक संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबूधाबी के शासक रहे।
सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि सरकार का मूल मंत्र: सीएम धामी
मोदी जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यहां संक्षिप्त यात्रा पर पहुंचे। प्रधानमंत्री ने जर्मनी में शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक कल्याण एवं समृद्धि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूएई 2019-20 में चीन और अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। वर्ष 2020-21 के लिए लगभग 16 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि के साथ संयुक्त अरब अमीरात (अमेरिका और चीन के बाद) भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य था। भारत के करीब 34 लाख प्रवासी संयुक्त अरब अमीरात में रहते हैं और वे यहां का सबसे बड़ा जातीय समुदाय हैं तथा उनकी संख्या देश की आबादी का करीब 35 प्रतिशत है।