• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

इस शुभ मुहूर्त में होगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा, ऐसे अर्पित करें कान्हा भोग

Writer D by Writer D
30/08/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म
0
Janmashtami

Janmashtami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हर साल भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है. भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को हुआ था, इसलिए जन्माष्टमी के निर्धारण में अष्टमी तिथि का बहुत ज्यादा ध्यान रखते हैं. आज के दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से संतान प्राप्ति,आयु और समृद्धि की प्राप्ति होती है.

जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त

आज कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक है. कुल अवधि 45 मिनट की है. शुभ मुहूर्त में पूजन से कान्हा की विशेष कृपा मिलती है. वहीं व्रत पारण का समय 31 अगस्त को सुबह 5 बजकर 57 मिनट के बाद का है.

श्रीकृष्ण की थी 16108 रानियां और डेढ़ लाख से ज़्यादा पुत्र, जानिए इसके पीछे की कथा

ऐसे करें कान्हा का श्रृंगार

जन्माष्टमी के दिन देश-दुनिया के सभी मंदिरों कृष्ण भगवान का श्रृंगार किया जाता है. श्री कृष्णावतार के उपलक्ष्य में झाकियां सजाई जाती हैं और कान्हा का श्रृंगार करके उन्हें झूला झुलाया जाता है. एक चौकी पर भगवान् कृष्ण को स्थापित करें. भगवान के सामने दीपक धूपबत्ती जलाएं. श्री कृष्ण को पंचामृत और फिर गंगाजल से स्नान कराएं. श्री कृष्ण के श्रृंगार में फूलों का खूब प्रयोग करें. पीले रंग के वस्त्र, गोपी चन्दन और चन्दन की सुगंध से इनका श्रृंगार करें.

कृष्ण जन्माष्टमी की पूजन विधि

श्रृंगार करने के बाद कान्हा को अष्टगंध चन्दन, अक्षत और रोली का तिलक लगाएं. माखन मिश्री और अन्य भोग सामग्री अर्पण करें. श्री कृष्ण के विशेष मंत्रों का जाप करें. विसर्जन के लिए हाथ में फूल और चावल लेकर चौकी पर छोड़ें और कहें : हे भगवान् कृष्ण! पूजा में पधारने के लिए आपका धन्यवाद. पूजा में काले या सफेद रंग का प्रयोग न करें. वैजयंती के फूल कृष्ण जी को अर्पित करना सर्वोत्तम होता है.  अंत में प्रसाद ग्रहण करें और वितरण करें.

मनोकामनाओं की पूर्ती के लिए कृष्ण जन्माष्टमी पर करें ये उपाय, कान्हा की होगी कृपा

जन्माष्टमी का प्रसाद

जन्माष्टमी के प्रसाद में पंचामृत जरूर अर्पित करें. उसमे तुलसी दल भी जरूर डालें. मेवा, माखन और मिसरी का भोग भी लगाएं. कहीं-कहीं, धनिये की पंजीरी भी अर्पित की जाती है. पूर्ण सात्विक भोजन जिसमें तमाम तरह के व्यंजन हों, इस दिन श्री कृष्ण को अर्पित किए जाते हैं.

Tags: Krishna JanmashtamiKrishna Janmashtami 2021Krishna Janmashtami News
Previous Post

योगी सरकार का बड़ा फैसला, इंजीनियरिंग कॉलेजों में लागू होगा रेंकिंग सिस्टम

Next Post

भारत-पाकिस्तान अपने बार्डर पर लड़े, हमें इससे दूर रखें : तालिबान

Writer D

Writer D

Related Posts

Corn Paratha
खाना-खजाना

ब्रेकफास्ट में शामिल करें कॉर्न पराठा, स्वाद के साथ मिलेगी सेहत

02/11/2025
kaju sabji
Main Slider

मेहमानों को सर्व करें काजू की सब्जी, सभी करेंगे आपकी तारीफ

02/11/2025
noodle cutlets
खाना-खजाना

स्नैक्स में बनाएं नूडल कटलेट, बढ़ जाएगा शाम की चाय का स्वाद

02/11/2025
Besan Gatte
Main Slider

आज बनाएं ये स्पेशल राजस्थानी सब्जी, देखें रेसिपी

02/11/2025
Plants
धर्म

घर में लगाए ये लकी पौधे, खिंचा चला आएगा पैसा

02/11/2025
Next Post
taliban

भारत-पाकिस्तान अपने बार्डर पर लड़े, हमें इससे दूर रखें : तालिबान

यह भी पढ़ें

Before buying a laptop, know these special things, it will be easy to buy

लैपटॉप खरीदने से पहले जान ले ये खास बातें, आसान हो जाएगा खरीदना

21/06/2021
Yogi

ट्विटर पर योगी के नाम रहा साल का अंतिम दिन, टॉप ट्रेंड हुआ हैशटैग UPYogi2022

31/12/2022
AK Sharma

विगत एक वर्ष में लाइन लॉस में 09 प्रतिशत की कमी, राजस्व संग्रह में 20 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़ोतरी: एके शर्मा

07/11/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version