सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर के कला संकाय में “पंच परिवर्तन से राष्ट्र परिवर्तन” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रवादी विचारक रमेश जी ने पंच परिवर्तन सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी जीवनशैली एवं नागरिक कर्तव्य पर विस्तृत और विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि सामाजिक समरसता से जाति और वर्ग की दीवारें टूटती हैं और राष्ट्रीय एकता मजबूत होती है, कुटुंब प्रबोधन से पारिवारिक मूल्यों का पुनरुद्धार होता है जो समाज के नैतिक आधार को मजबूत करता है, पर्यावरण संरक्षण के बिना सतत विकास संभव नहीं, स्वदेशी अपनाने से देश आत्मनिर्भर बनता है और नागरिक कर्तव्यों के प्रति सजगता ही जिम्मेदार और जागरूक समाज का परिचायक है। इस आयोजन में गरिमामयी उपस्थिति कुलगुरु प्रो. कविता शाह की रही, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. नीता यादव अधिष्ठाता कला संकाय ने की और संचालन डॉ. मयंक कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर प्रो. सतेंद्र कुमार दुबे, डॉ. सुनीता त्रिपाठी, डॉ. सच्चिदानंद चौबे, डॉ. विशाल गुप्ता, डॉ. रविकांत शुक्ल, डॉ. हृदय कांत पांडेय, डॉ. सरिता सिंह, डॉ. प्रज्ञेश नाथ त्रिपाठी, डॉ. आभा द्विवेदी, डॉ. हाफिज, डॉ. मुन्नू खान, डॉ. यशवंत यादव, डॉ. वंदना गुप्ता समेत समस्त शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।