सामुद्रिक शास्त्र के माध्यम से हथेली की रेखाओं से व्यक्ति के भाग्य का विचार किया जाता है। हथेली की रेखाएं व्यक्ति के भाग्य के साथ-साथ उसके स्वभाव एवं गुण-दोषों को बता सकती हैं। दरअसल, किसी व्यक्ति की हथेली की रेखाएं और हथेली की बनावट से उसके भूत, भविष्य और वर्तमान का पता लगाया जा सकता है। हस्तरेखा ज्ञान के माध्यम से यह भी बताया जा सकता है कि व्यक्ति के भाग्य में सरकारी नौकरी है या नहीं।
हथेली पर सूर्य पर्वत का बहुत महत्व होता है। सूर्य के प्रबल होने पर व्यक्ति का मान-सम्मान जीवनभर बढ़ता है। हथेली पर सूर्य पर्वत अनामिका उंगली (रिंग फिंगर) के नीचे होती है। अगर सूर्य पर्वत उभरा हुआ होता है और सूर्य पर्वत से सीधी रेखा निकलती हो तो ऐसे लोगों को सरकारी नौकरी मिलने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
हथेली पर गुरु पर्वत तर्जनी उंगुली के नीचे होता है। गुरु पर्वत का उभार शुभ माना जाता है। साथ ही इस पर सीधी रेखा होने से ऐसे लोगों को भी सरकारी नौकरी मिलने की संभावना काफी ज्यादा रहती हैं। अगर जिनकी हथेली में भाग्य रेखा से कोई लकीर निकलकर गुरु पर्वत की और जाती है तो वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है। ऐसा व्यक्ति प्रशासनिक अधिकारी बनता है। सरकारी क्षेत्र में व्यक्ति को उच्च पद प्राप्त होता है।
eभाग्य रेखा से निकलकर कोई लकीर सीधे सूर्य पर्वत पर जाकर मिलने पर ऐसा व्यक्ति भाग्यशाली होता है। ऐसे लोग सरकारी सेवा से जुड़े रहते हैं। सरकारी क्षेत्र में ऐसे जातक बड़े पदाधिकारी बनते हैं।
अगर हथेली पर शुक्र पर्वत (अंगुठे के नीचे का हिस्सा) से निकलती हुए कोई रेखा जाकर भाग्यरेखा से मिलती हो तो ऐसा व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली, मेहनती और कर्मठ स्वभाव को होता है। ऐसे लोगों की समाज में काफी प्रतिष्ठा होने से ये राजयोग जैसा सुख प्राप्त करते हैं।
अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर कमल के फूल की आकृति बनती है तो वह अपने मेहनत और विवेक से धन-संपदा और मान-सम्मान प्राप्त करता है। कमल का फल देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। कमल का फूल खासतौर पर भाग्य रेखा, शनि पर्वत, गुरु पर्वत, जीवन रेखा, शुक्र पर्वत पर बनना बहुत शुभ माना गया है।