रामनगर। कर्नाटक के रामनगर जिले से 150 लोगों की एक टीम बुधवार शाम को अयोध्या के लिए रवाना होगी। वह वहां पहुंचकर भगवान श्रीराम को चांदी की ईंट (Silver Brick) चढ़ाई जाएगी। जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण के नेतृत्व में यह टीम रवाना होगी। अयोध्या में गुरुवार को पूजा की जाएगी। जानकारी के मुताबिक रेशम के लिए विख्यात रामनगर में तैयार की गई एक रेश्मी साड़ी मां सीता को भी भेंट की जाएगी। वहीं भगवान श्री राम और लक्ष्मण को शल्य की पेशकश की जाएगी। प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिस चांदी की ईंट को चढ़ाने के लिए ले जाया जाएगा, उसकी पूजा रामदेवरा बेट्टा और कालेंगल हनुमंतरा मंदिर में की गई है।
रामनगर शहर का नाम भगवान श्री राम (Shri Ram) के नाम पर रखा गया है। रामनगर के रामदेवरा बेट्टा और अयोध्या के बीच एक पारंपरिक संबंध है। स्थानीय लोगों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पवित्र मिट्टी अयोध्या में एकत्र की जाएगी और उसे यहां रामदेवरा बेट्टा में चढ़ाने के लिए लाया जाएगा। इसके अलावा, रामदेवरा बेट्टा को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
जनवरी में भव्य मंदिर में विराजमान होंगे रामलला
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा और जनवरी 2024 में रामलला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। मंदिर भले ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा, लेकिन मंदिर पूरी तरह बनकर 2025 में तैयार होगा।
1800 करोड़ में तैयार होगा राम मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य पिछले दिनों बताया था कि राम मंदिर को बनाने में 1800 करोड़ रुपये लगने वाले हैं। हर हिंदू भगवान को इस मंदिर में उचित स्थान और जगह दी जाएगी। इन मंदिरों के निर्माण के लिए राम मंदिर के आसपास 70 एकड़ का इलाका भी चयनित कर लिया गया है। मंदिर में दो मंजिला एक परिक्रमा सड़क का भी निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के पूर्वी भाग में तो सैंडस्टोन से बना एक द्वार भी रखा जाएगा।