मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के बाहर रोजगार के लिए जाने वाले ‘बेटा बेटियों’ के संबंध में सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के बीच आज स्पष्ट करते हुए कहा है कि प्रदेश के बेटा-बेटियां गुम नहीं होना चाहिए।
श्री चौहान ने आज यहां जारी सरकारी विज्ञप्ति के माध्यम से स्पष्ट किया है कि प्रदेश के बाहर रोजगार के लिए जाने वाले बेटा बेटियों की सुरक्षा के संबंध में नए दिशा निर्देश दिए गए हैं। इनके मुताबिक ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि रोजगार से संबंधित कार्य के लिए प्रदेश, जिले और ग्राम पंचायत से बाहर जाने वाले बेटा-बेटियों का पंजीयन किया जा सके। उनका मोबाइल नंबर पंजीबद्ध किया जाए।
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श्री चौहान ने निर्देश दिए हैं कि काम के लिए ग्राम पंचायत से बाहर जाने वाले बेटा-बेटियों का पंजीयन ग्राम पंचायत में और प्रदेश के बाहर जाने वाले बेटे-बेटियों का पंजीयन जिला स्तर पर किया जा सके। इस कार्य में पुलिस विभाग मुख्य भूमिका में रहेगा।
अन्य विभागों के समन्वय से यह कार्य किया जाएगा। ऐसी व्यवस्था इसलिए बनाई जाएगी ताकि जिले या प्रदेश के बाहर गए बेटा-बेटी किसी परेशानी में आएं तो उनकी त्वरित मदद की जा सके। बेटा-बेटी भी संपर्क कर अपनी परेशानी से पुलिस या संबंधित विभाग को अवगत करा सकें। गुमशुदगी की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।