लखनऊ। सपा नेता आईपी सिंह (IP Singh) द्वारा राहुल गांधी पर आपत्तिजनक कमेंट के बाद दोनों पार्टियों के बीच लड़ाई बढ़ती दिखने के बाद अखिलेश यादव को बीच में आना पड़ा। अखिलेश के निर्देश के बाद IP सिंह ने ट्वीट डिलीट कर दिया। दोनों पार्टियों के बीच चल रहे वाक् युद्ध के बीच अखिलेश यादव को कांग्रेस के शीर्ष नेता द्वारा मैसेज भिजवाया गया जिसके बाद अब दोनों ही दलों के बीच बढ़ी बात थमती दिख रही है। अखिलेश ने कहा है कि मुझे उनकी बात माननी पड़ेगी, उन्होंने कुछ संदेश दिया है। हालांकि, प्रदेश स्तर पर कांग्रेस द्वारा क्लैरिटी से कुछ न बताने को लेकर अखिलेश अभी भी नाराज है।
इस बीच अखिलेश ने आईपी सिंह (IP Singh) समेत पार्टी नेताओं को कांग्रेस के खिलाफ अनर्गल ट्वीट न करने का निर्देश दिया जिसके बाद आईपी सिंह ने अपने ट्वीट डिलीट कर दिए।
IP सिंह (IP Singh) ने किया विवादित ट्वीट
IP सिंह ने लिखा था कि महागठबंधन की पहल बिहार के 8 बार के यशस्वी CM अति सरल पटेल नीतीश कुमार जी ने की। एक एक पार्टियों को जोड़े और उन्हें महागठबंधन का नेता बनाने के बजाय कांग्रेस खेल पर उतर आयी।
IP सिंह ने लिखा कि जो व्यक्ति अपने सगे भाई वरुण गांधी जी को नहीं जोड़ पाया वह झूठा मोहब्बत बांट रहा है। कांग्रेस की सात पुश्तें समाजवादी पार्टी की कभी कुछ बिगाड़ नहीं पायेंगी। आईपी सिंह ने राहुल गांधी को वंशविहीन भी कहा।
आगे सपा नेता ने कहा कि इन्होंने जिद कर ली है कि ये अब नहीं सुधरेंगे। जनता ने, विपक्षी दलों ने बहुत अवसर दिया इनमें नेतृत्व का घोर अभाव है। इनकी उम्र 55 की और दिल बचपन का है। 1989 की भांति विपक्ष को नया नेता चुनना ही होगा, जो सत्ता परिवर्तन कर सके।
कांग्रेस ने कहा कार्रवाई हो
IP सिंह की टिप्पणी पर पंखुड़ी पाठक ने जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि भारत की जनता की आवाज़, समस्त देश के नेता राहुल गांधी के ऊपर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता द्वारा की गई इस अमर्यादित टिप्पणी से देश के करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। मुझे विश्वास है कि अखिलेश यादव ऐसी निम्न स्तरीय भाषण का समर्थन नहीं करेंगे। इस तरह के शब्दों से भाजपा को मज़बूत करने का काम कर रहे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
आईपी सिंह के बयान पर कांग्रेस नेता अजय राय ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसका विरोध दर्ज कराएगी। इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
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मालूम हो कि जब से कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को मध्य प्रदेश में किनारे किया है तभी से दोनों पार्टियों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे अपने साथ धोखा बताया है। वहीं, कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि अखिलेश-वखिलेश को छोड़िए। सपा नेता रामगोपाल यादव ने कांग्रेस नेताओं को छुटभैये करार दिया है।