समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता व प्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी के पुत्र रंजीत चौधरी को जिला पंचायत चुनाव में करारी शिकस्त मिली है। हालांकि, जिले के कई दिग्गजों ने अपने पुत्रों को जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव जिता कर अपनी राजनीतिक जमीन बचा ली है।
बलिया में जिला पंचायत सदस्य पद के अब तक प्राप्त परिणाम मिलाजुला साबित हुए हैं। कई दिग्गजों को हार मिली है तो कइयों ने अपनी राजनीतिक जमीन बचाने में कामयाबी हासिल की है। यूपी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी के पुत्र रंजीत चौधरी वार्ड नम्बर 16 से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए समाजवादी पार्टी के समर्थित प्रत्याशी थे। वे तीसरे नम्बर पर हैं। इस सीट पर बसपा समर्थित प्रत्याशी असगर उर्फ गुड्डू मलिक ने जीत दर्ज की है।
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वहीं, पूर्व मंत्री बसपा नेता अम्बिका चौधरी के पुत्र आनन्द चौधरी ने वार्ड नम्बर 45 से विजय पताका फहरायी है। यह सीट फेफना विधायक व सूबे के मंत्री उपेन्द्र तिवारी के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल बन गई थी। यही नहीं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेन्द्र यादव की जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदारी मानी जा रही थी। वार्ड नम्बर 10 से देवेंद्र यादव भी चुनाव हार गये हैं।
उधर, वार्ड नम्बर 42 से सपा जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव की पत्नी रंजू देवी चुनाव जीत गयी हैं। वार्ड नम्बर 17 से कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी को हार का सामना करना पड़ा है। यहां कुंजन राजभर ने जीत दर्ज की है। वार्ड नम्बर 15 से निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य जयप्रकाश यादव को विजय यादव ने चुनाव में हरा दिया है।
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वार्ड नम्बर 58 से कांग्रेस नेता विनोद सिंह की पत्नी गीता सिंह ने फतह हासिल की है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल के बेटे विनय अंचल वार्ड नम्बर 27 से चुनाव हार गये हैं। वार्ड नम्बर 12 से कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप भी सिंह चुनाव हार गये हैं।