सहारनपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद समाजवादी पार्टी (SP) में विभिन्न स्तरों पर उठा-पटक जारी है और बुधवार को सहारनपुर में पार्टी के पूर्व जिला महासचिव सिकंदर अली (Sikander Ali) ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिकंदर अली ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुस्लिम समाज की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की अनदेखी सहित कई मामलों में अखिलेश यादव की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए सिकंदर अली ने कहा, यह वह समाजवादी पार्टी नहीं है जो मुलायम सिंह यादव के समय में थी।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मुसलमानों का वोट लेकर ही 111 सीटें जीते हैं, लेकिन आजम खान और नाहिद हसन (दोनों ने जेल से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता) के मुद्दे पर वह जिस तरह खामोश बैठे हैं, उससे साफ हो गया है कि जब वह अपने विधायकों के लिए खड़े नहीं हो सके तो आम कार्यकर्ता का समर्थन कैसे करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक मानते हैं।
हार्ड इम्यूनिटी के कारण नहीं दिखेगा संक्रमण का असर, चौथी लहर में नहीं बदलेगा संक्रमण का स्वरूप
गौरतलब है कि हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के प्रवक्ता फसाहत अली खान ने अखिलेश यादव पर आजम खान और मुस्लिम समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया था।
खान ने अखिलेश पर मुसलमानों से हमदर्दी नहीं रखने का भी आरोप लगाते हुए कहा था कि हमारे कपड़ों से राष्ट्रीय अध्यक्ष को बदबू आती है। वह स्टेज से हमारा नाम नहीं लेना चाहते। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या सारा ठीकरा अब्दुल (मुस्लिम समुदाय) ने ले लिया है? दरी भी वही बिछाएगा, वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा? सीएए और एनआरसी में अब्दुल बर्बाद हो जाएगा। उसके घर की कुर्की हो जाएगी। उससे वसूली की जाएगी और आपके (अखिलेश) मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलेगा।