केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में फेरबदल की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। कहा जा रहा है कि 10 जुलाई को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव के बाद योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले इस कैबिनेट विस्तार में योगी सरकार कई सियासी समीकरण साधने की कोशिश करेगी. दरअसल, केंद्र में यूपी कोटे से बने 7 मंत्री में से जिन जातियों को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है, उन्हें प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार में समायोजित किया जा सकता है।
दरअसल, यूपी में बीजेपी की अहम सहयोगी और ओबीसी विरादरी के वोट बैंक के लिहाज से अहम निषाद पार्टी को मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। हालांकि, सात में चार मंत्री ओबीसी हैं, लेकिन निषाद समुदाय से सिर्फ साध्वी निरंजन ज्योति ही मंत्री हैं।
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विस्तार से पहले ही निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने अपने सांसद बेटे के लिए सीट की मांग की थी। कहा जा रहा है कि चार एमएलसी की सीटों पर होने वाले चुनाव में डॉ. संजय निषाद को विधानपरिषद भेजा जा सकता है। साथ ही विस्तार में पार्टी के एक नेता को मंत्री बनाया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक, ब्लॉक प्रमुख चुनाव के संपन्न होने के बाद एक दिवसीय बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक होगी। इसकी तिथि केंद्रीय नेतृत्व को तय करनी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी प्रदेश दौरा होना है। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर विचार किया जा सकता है।