लखनऊ। 23 महीने बाद सीतापुर जेल से बाहर आने के बाद सपा के कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) की पार्टी बदलने की अटकलें बहुत ज़ोरों पर हैं। आजम खान के बसपा या किसी अन्य दल में शामिल होने की चर्चा है। लेकिन, सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव का कहना है कि आज़म किसी और दल में शामिल नहीं हो रहे। वह सपा में ही रहेंगे। इस बीच पार्टी नेता और मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन (ST Hasan) का बड़ा बयान सामने आया है। हसन का दावा है कि आज़म खान चले भी गए तो कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है, क्योंकि मुसलमान अखिलेश यादव के साथ है।
दरअसल, एसटी हसन (ST Hasan) को आजम खान का विरोधी माना जाता है, क्योंकि कथित तौर पर हसन का 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट कटवाने के पीछे आजम का ही हाथ था। हसन से जब आजम खान के बसपा में जाने की संभावनाओं को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर आजम सपा छोड़कर चले भी गए तो मुसलमानों वोट नहीं बंटेगा, क्योंकि यूपी के मुसलमान अखिलेश यादव के साथ हैं।
हसन (ST Hasan) ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश का मुसलमान मुलायम सिंह और अखिलेश यादव से जुड़ा हुआ है। पिछले चुनाव में भी आपने नतीजों को देखा होगा। थोड़ा-बहुत जाहिर है पड़ेगा, बड़े नेता हैं, लेकिन बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।”
आजम के जाने के बाद मुस्लिम वोट छिटकने की आशंका को नकारते हुए उन्होंने कहा, “बिल्कुल नहीं। इस वक्त मुसलमान बहुत बुरे हालात से गुजर रहा है। मुसलमान की प्राथमिकता यही है कि भाजपा को कैसे हराएं। भाजपा को सिर्फ सपा ही हरा सकती है और कोई पार्टी नहीं हरा सकती है।”
आजम खान से रिश्तों में कड़वाहट पर हसन (ST Hasan) ने कहा, “वो बहुत बड़े नेता हैं। मुझ जैसे तो उन्होंने बहुत बना दिए। सपा की बुनियाद में उनकी मेहनत लगी है। आपको सबको मालूम है जो मेरे साथ हुआ था। बगैर खता के मुझे सजा मिली। अब मेरा दिल नहीं चाहता वहां जाने के लिए। ये तो वक्त ही बताएंगे, मिलने जाऊंगा या नहीं जाऊंगा। उनका हुक्म होगा तो जरूर जाऊंगा।”









