यूपी एसटीएफ ने मत्स्य पालन कराने के नाम पर 14 महीने मे धन दोगुना करने का झांसा देकर लगभग 300 लोगों से 10 करोड़ रुपए की ठगी करने वाली माउंटेन एलाएंस प्रा.लि. कम्पनी के मालिक व मस्टरमाइंड विश्वनाथ प्रसाद निषाद को उसके सहयोगी निरंजन के साथ लखनऊ से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी आरोपी लखीमपुर खीरी के रहने वाले हैं।
आरोपियों के पास से 4 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, 2 एटीएम कार्ड, 2 चेक बुक, एक एफ डी, 3 वर्क लेटर हेड और 55 वर्क कस्टमर डिटेल कुल 2704 आइडी बरामद हुई हैं। इन दोनों को राजधानी के ओला आफिस के निकट विभूतिखण्ड से गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, एसटीएफ को विगत काफी समय से मल्टीलेवल मार्केटिंग के माध्यम से जनता से अरबों रुपए की ठगी करने वाले संगठित गिरोहों की सचूनाएं मिल रही थीं। इस संबंध में एसटीएफ की टीमों को सक्रिय किया गया था। अभिसूचना संकलन के माध्यम से जानकारी मिली कि मत्स्य पालन कराने के नाम पर 14 महीने मे धन दोगुना करने का झांसा देकर लगभग 300 लोगों से 10 करोड़ रुपए की ठगी करने वाली माउंटेन एलाएंस प्रा.लि. कम्पनी के मालिक प मस्टरमाइंड विश्वनाथ प्रसाद निषाद जो पुलिस से छिपकर रह रहा है, लखनऊ में अपने सहयोगी निरंजन के साथ मौजूद है।
इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने विश्वनाथ प्रसाद निषाद व निरंजन को ओला आफिस के निकट विभूतिखण्ड, लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ मे गिरफ्तार अभियुक्त विश्वनाथ प्रसाद निषाद ने बताया कि वर्ष 2018 में उसके द्वारा माउंटेन एलाएंस प्रा.लि. कम्पनी बनायी गयी जिसमे वह, तारा चौहान व साहिल कुमार डायरेक्टर हैं। उसके द्वारा वर्ष 2019-2020 में विभूतिखण्ड, गोमतीनगर, लखनऊ में आफिस व कॉल सेन्टर खोलकर लोगों को कॉल कराकर झांसा दिया गया। कम्पनी द्वारा मत्स्य पालन करके फायदा कमाकर 14 महीने में लोगों का रूपया दोगुना किया जाता है। कम्पनी में 2000 रुपये से 10,00,000 रुपये तक जमा करने की विभिन्न स्कीमें हैं।
उनमें सबसे ज्यादा फायदे की स्कीम कम्पनी में पांच लाख पचास हजार रुपये जमा करने पर कम्पनी उस व्यक्ति के यहां तालाब खुदवायेगी व उसमें मछली पालन करेगी। कम्पनी इनवेस्टर को 14 माह तक 75 हजार रुपए प्रति माह व उसको उसके तालाब पर ही 8000 प्रति माह के हिसाब से चौकीदार की नौकरी भी देगी। इनवेस्टर को गारन्टी के तौर पर रजिस्टर्ड एग्रीमेण्ट व कम्पनी के बैंक खाते की पीडीसी चेक भी देगी। उसके द्वारा यह बताया गया था कि कम्पनी के पास लगभग 100 से अधिक खुद के तालाब भी हैं और पिछले 05 वर्षो से उप्र व मध्य प्रदेश में इन स्कीमों में बहुत सारे इनवेस्टरों को मुनाफा दिया गया है। उसने भल्ला फार्म को किराये पर ले रखा था, जो भी ब्रोकर व इनवेस्टर कम्पनी मे रूपया जमा करने मे रूचि लेते थे उनको गारंटी के तौर पर यही फार्म दिखाया जाता था।
उसके द्वारा एसोसिएटों व ब्रोकरों को उनके माध्यम से रूपया जमा कराने पर 10 प्रतिशत डायरेक्ट व 5 प्रतिशत बाइनरी इनकम पर कमीशन व 01 करोड़ जमा कराने पर स्विफ्ट कार देने का झांसा दिया गया, जिसके बाद एसोसिएटों व ब्रोकरों के माध्यम से मार्च 2021 तक उप्र व मध्य प्रदेश के लगभग 300 लोगों का 10 करोड़ रूपया कम्पनी में जमा हुआ। जिसके बाद माह अप्रैल 2021 में वह आफिस बन्द कर दिया और फरार हो गया था। आरोपी विश्वनाथ प्रसाद निषाद द्वारा ठगी के रुपए से लखनऊ व उन्नाव मे जमीन खरीदी गयी, 08 चार पहिया वाहन खरीदे गये। पुलिस ने कम्पनी के सभी बैंक खाते फ्रीज करा दिये हैं। अन्य डायरेक्टर व एसोसिएट व ब्रोकरों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।