नोएडा/ सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा और सराहनपुर में कोरोना महामारी और उसके नियंत्रण को लेकर चर्चा की। साथ ही उन्होंने दोनों जिलों की कानून व्यवस्था का भी जायजा लिया।
मुख्यमंत्री सुबह करीब 10 बजे सेक्टर-39 में बने 420 बेड वाले कोविड-19 अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद सेक्टर-128 स्थित कोविड-19 के लिए बनाए गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे। बैठक में पुलिस आयुक्त, तीनों प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल थे।
ग्रेटर नोएडा में रात्रि विश्राम के बाद शनिवार सुबह करीब 10 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सेक्टर-39 स्थित जिला कोविड अस्पताल पहुंचे। यहां अस्पताल बने वॉर्ड व सुविधाओं का जायजा लिया। इसके बाद ग्राउंड फ्लोर बने उद्घाटन स्थल पर पहुंचे। यहा बटन दबाकर जिले के सबसे बड़े कोविड अस्पताल को जनपद के नाम समर्पित कर दिया। कोविड अस्पताल अभी 250 बेड के साथ शुरू होगा। धीरे-धीरे 400 बेड की सुविधा शुरू की जाएगी। अस्पताल में डायलिसिस यूनिट व लैब भी होगी। अभी 28 बेड आईसीयू और नौ बैड इमरजेंसी में है। इनके अलावा 65-65 बेड के दो आइसोलेशन वॉर्ड बनाए गए है। इसमें 28 डाक्टर व 80 से ज्यादा पैरामेडिकल स्टॉफ नियुक्त किया गया है।
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अस्पताल परिसर में बने कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने पिछले छह महीने में जिले की कानून व्यवस्था की समीक्षा की। सूत्रों के अनुसार पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने मुख्यमंत्री को जिले की कानून व्यवस्था आदि की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतम बुद्ध नगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद कानून व्यवस्था में गुणात्मक सुधार आया है। अपराधिक घटनाओं का ग्राफ काफी कम हुआ है। मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त से अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा।
योगी ने कहा कि पुलिस बिना किसी दबाव के काम करे। जिले में संगठित अपराध किसी भी सूरत में नजर नहीं आना चाहिए। अपराधियों को किसी भी तरह से संरक्षण देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने तीनों प्राधिकरण की महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी चर्चा की। इसके बाद जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कोरोना वायरस संक्रमण अभियान के बारे में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री को ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और जिले में कोविड-19 अभियान के प्रभारी नरेंद्र भूषण ने अब तक उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।
योगी के दौरे के लिए ड्यूटी पर तैनात रहने वाले 15 अधिकारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया था। इसके अलावा 700 सिपाहियों की भी कोरोना जांच की गई थी।वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में कोविड-19 को लेकर मण्डलीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सीएम योगी सरसावा एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। यहां से वह राजकीय वायुयान के द्वारा लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलिकॉप्टर करीब डेढ़ बजे सहारनपुर के पुलिस लाइन पहुंचा। इसके बाद सीएम योगी कार से सर्किट हाइस पहुंचे। जहां अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की। सीएम योगी के दौरे को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह अलर्ट हैं। शहर में चप्पे- चप्पे पर फोर्स तैनात है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सहारनपुर हैंडीक्राफ्टस डेवलपमेंट सेंटर की ओर से पिलखनी में स्थित कलस्टर के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर का शिलान्यास किया था। उन्होंने कहा था कि यह वुडन हैंडीक्राफ्ट उद्योग के लिए लाभकारी साबित होगा। वुडर्काविंग उद्यमियों को एक ही जगह पर जरूरी सुविधाएं मिल सकेंगी। इस मौके पर प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों को चेक भी सौंपे गए।
सहारनपुर के सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों के साथ जिस समय बैठक कर रहे थे तभी गन्ना भुगतान की मांग को लेकर रालोद कार्यकर्ता भी सर्किट हाउस पर पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने गन्ना मूल्य भुगतान न दिलाए जाने पर रोष व्यक्त किया। साथ ही रालोद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री वापस जाओ के जमकर नारे भी लगाए। सर्किट हाउस में बैठक के दौरान शनिवार दोपहर करीब दो बजे सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात न कराए जाने से नाराज रालोद कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। उनकी यहां तैनात पुलिस टीमों से जमकर कहासुनी और खींचतान हुई। रालोद कार्यकर्ता हाथों में मुख्यमंत्री वापस जाओ, गन्ना भुगतान दिलाओ जैसे नारे वाले पर्चे भी लिए हुए थे।