पश्चिम बंगाल में तीसरी बार ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री का पद संभाल लिया है। अब विधानसभा में विपक्ष के नेता के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मंथन शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सुभेंदु अधिकारी को चुना जा सकता है।
प्रदेश भाजपा सूत्रों ने बताया है कि जल्द ही भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता प्रतिपक्ष के रूप में सुभेंदु अधिकारी के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। यह पद कैबिनेट मंत्री के बराबर का होता है। विधानसभा में एक मंत्री को मिलने वाली सारी सुविधाएं सुभेंदु अधिकारी को भी मिलेंगी।
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बुधवार को ममता की शपथ ग्रहण के बाद भाजपा नेता सुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि हारी हुई मुख्यमंत्री ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली हो। उन्होंने कहा कि राज्य में हो रही हिंसक घटनाएं सरकार द्वारा प्रायोजित और संरक्षित हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 48 घंटे के अंदर 20 लोगों को मौत के घाट उतारा गया है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाएं भी तृणमूल कांग्रेस की हिंसा के शिकार हैं।
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उन्होंने कहा कि विधानसभा शुरू होने के बाद सदन के अंदर और बाहर इस हिंसा के खिलाफ आंदोलन होगा। सुभेंदु ने तंज कसते हुए कहा कि जीते 213 विधायकों में से कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बना। इससे साफ हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस पार्टी नहीं बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है।