महाठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) जेल से ही एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज (Jacqueline Fernandes) को कई बार खत लिख चुके हैं। उनके इन खतों में जैकलीन को लेकर उनकी दीवानगी साफ जाहिर होती है। वहीं अब सुकेश ने एक ऐसा काम किया है जिसपर यकीन करना मुश्किल है। क्योंकि सुकेश (Sukesh Chandrashekhar) ने जैकलीन की इंस्टाग्राम फोटो पर एक कमेंट करने पर फेमस सिंगर-म्यूजिशियन मीका सिंह को कानूनी नोटिस भेज दिया है।
हाल में ही जैकलीन फर्नांडिस ने हॉलीवुड एक्टर जीन-क्लाउड वान डेम के साथ तस्वीर पोस्ट की थी। इस फोटो पर मीका सिंह (Mika Singh) ने अजीबोगरीब कमेंट किया था। जिसे लेकर सुकेश (Sukesh Chandrashekhar) ने अब मीका सिंह को चेतावनी दे डाली है। बता दें कि, मीका ने जैकलीन फर्नांडिस और हॉलीवुड एक्टर जीन-क्लाउड की फोटो पर लिखा था, ‘आप बहुत सुंदर लग रही हैं…, वह #सुकेश से कहीं बेहतर हैं…।’ इस विवादस्पद टिप्पणी के कुछ देर बाद ही मीका सिंह ने अपने कमेंट को डिलीट कर दिया था। हालांकि तब तक मीका सिंह का ये पोस्ट वायरल हो गया था।
अब मीका सिंह को जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने चेतावनी दी है और लीगल नोटिस भी भेजा है। सुकेश के वकील अनंत मलिक ने नोटिस में कहा है, ‘आपके बयान ने हमारे क्लाइंट के चरित्र और व्यक्तित्व के बारे में व्यापक सार्वजनिक चर्चा शुरू कर दी है, जिससे उन्हें मीडिया के सवालों का सामना करना पड़ा है। यह स्थिति उनके मौजूदा संकट को बढ़ा रही है और लगातार मीडिया ट्रायल के कारण महत्वपूर्ण चुनौतियां खड़ी कर रही है”। “हमारा मुवक्किल एक प्रतिष्ठित व्यक्ति है और भारतीय फिल्म उद्योग, विभिन्न व्यावसायिक घरानों और राजनीतिक हलकों में उसकी साख है। वह राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर सद्भावना और प्रतिष्ठा रखते हैं। आप स्वयं बॉलीवुड उद्योग के सदस्य होने के नाते इस क्षेत्र में अपना नाम बनाने के लिए किए जाने वाले संघर्षों से अच्छी तरह परिचित हैं। हालांकि, आपकी टिप्पणी ने न केवल हमारे मुवक्किल की छवि खराब की है, बल्कि उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है।”
नोटिस में कहा गया है, “आपको यह स्पष्ट किया जा रहा है कि इस तरह हमारे मुवक्किल को बदनाम करने और उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए आपकी ओर से यह जानबूझकर किया गया एक हताशापूर्ण कार्य है और हमारा ग्राहक इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगा। इसलिए, आपको सूचित किया जाता है कि अपनी अपमानजनक टिप्पणी से आपने मानहानि का गंभीर आपराधिक अपराध किया है, और इसलिए अन्य बातों के अलावा, भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 499/500 के प्रावधानों के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है।”
इसमें आगे कहा गया है, “आपको (मीका को) निर्देश दिया जाता है कि आप तुरंत हमारे मुवक्किल से बिना शर्त माफी मांगें, किसी भी तरह के झूठे व अपमानजनक बयान देना बंद करें और हमारे मुवक्किल को और अधिक परेशान करने से बचें।”