सूर्य देव को नवग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है। कुंडली में यदि सूर्य मजबूत हो तो उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। वहीं, अगर सूर्य कमजोर है तो स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सूर्य देव का कन्या राशि में प्रवेश सभी राशियों को प्रभावित करेगा। सूर्य का 16 सितंबर 2021 को कन्या राशि में गोचर है। आइए जानते हैं आपकी राशि पर सूर्य देव के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा।
कन्या राशि में सूर्य का गोचर 17 सितंबर 2021 को दोपहर 1 बजकर 2 मिनट पर होगा और यह 17 अक्टूबर दोपहर 1 बजकर 12 मिनट तक कन्या राशि में ही रहेगा और उसके बाद तुला राशि में प्रवेश कर जाएगा।
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी है और वर्तमान गोचर के दौरान यह आपके छठे भाव में गोचर करेगा। यह भाव कर्ज, शत्रु और रोग का कारक माना जाता है। इस राशि के जातकों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा, क्योंकि आप अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त करेंगे और अपने कार्यों में सफल होंगे। कार्यक्षेत्र में चीजें बहुत अच्छी रहेंगी, यदि किसी तरह की दिक्कत थी तो वह भी इस दौरान दूर हो जाएगी।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव का स्वामी है और आपके प्यार, रोमांस, संतान, भावनाओं आदि के पांचवें घर में इसका गोचर होगा। इस अवधि के दौरान कुछ समस्याएं होने की संभावना है और यह आपके लिए बहुत अनुकूल समय नहीं होगा। इस गोचर के कुछ कठिनाइयों का सामना आपको करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में आप अपने वरिष्ठों के साथ कुछ मुद्दों को लेकर उलझ सकते हैं और आपके वरिष्ठों के साथ आपके संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे घर का स्वामी है और माता, आराम और विलासिता के चौथे घर में यह गोचर करेगा। यह गोचर किसी भी पारिवारिक मुद्दे को हल करने और यदि आवश्यक हो तो एक खुली चर्चा करने का एक अच्छा समय प्रदान करेगा। यदि आपकी शिक्षा में कोई रुकावट आयी थी और अब आप वापस पढ़ाई शुरू करना चाहते हैं तो यह ग्रह परिवर्तन आपके लिए अच्छी खबर लेकर आ सकता है।
कर्क
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य दूसरे घर का स्वामी है। कन्या राशि में गोचर के दौरान सूर्य आपके साहस-पराक्रम, भाई-बहनों और छोटी यात्राओं के तृतीय भाव में होगा। इस गोचर के दौरान आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं, क्योंकि आपमें साहस और पराक्रम की अधिकता होगी और आप अपने पेशेवर जीवन को गति प्रदान करेंगे। आपके संचार कौशल और दूसरों को समझाने की क्षमता आपको नए कनेक्शन बनाने में मदद करेगी।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य प्रथम भाव का स्वामी है और परिवार, धन और वाणी के आपके दूसरे भाव में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अचानक धन लाभ होगा। आप सट्टेबाजी और जोखिम भरे काम से भी पैसा कमा सकते हैं। खासकर सिंह राशि के उन जातकों को इस दौरान सफलता मिलेगी, जिसकी कुंडली में सूर्य अनुकूल अवस्था में है। आपके संचार कौशल में सुधार होने की संभावना है।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य द्वादश भाव का स्वामी है और आत्म और व्यक्तित्व के आपके पहले भाव में यह गोचर कर रहा है। इस दौरान वित्तीय मोर्चे के लिए सूर्य का यह गोचर आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा। इस गोचर के दौरान आपको लाभ कमाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, इससे आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। इस राशि के कारोबारियों की बात की जाए तो आपको भी लाभदायक सौदे प्राप्त करने में कुछ परेशानियां आ सकती हैं।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए, सूर्य एकादश भाव का स्वामी है. सूर्य का गोचर आपके विदेशी लाभ, आध्यात्मिकता और व्यय के भाव में हो रहा है। यह समय आपके लिए औसत साबित होगा। इस दौरान आपको लंबी अवधि की परियोजनाओं को पूरा करने का मौका देगी। इस दौरान समाज से थोड़ा दूरी बना सकते हैं। यह गोचर आपकी शिक्षा में समस्याएं पैदा कर सकता है और आपको ध्यान केंद्रित करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए, सूर्य दसवें घर का स्वामी है और आपके आय, लाभ और इच्छा के ग्यारहवें घर में इसका गोचर हो रहा है। सूर्य का यह गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होगा, क्योंकि आपका सामाजिक दायरा इस दौरान मजबूत होगा, जिससे आपको कार्यक्षेत्र में लाभ मिलेगा। आप इस गोचर के दौरान सफलता और प्रसिद्धि पाएंगे और उचित माध्यम से धन प्राप्त करेंगे।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए, सूर्य नौवें घर का स्वामी है और आपके करियर, नाम और प्रसिद्धि के दसवें घर में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अपने कार्यस्थल पर आपकी कड़ी मेहनत और आपके द्वारा किए गए प्रयासों का अच्छा फल प्राप्त होगा। आपको नौकरी के मोर्चे पर विकास और प्रगति के अवसर मिलने की संभावना है और पदोन्नति के भी योग हैं।
मकर
मकर राशि वालों के लिए, सूर्य आठवें घर का स्वामी है और आपके भाग्य, धर्म, आध्यात्म के नौवें घर में यह गोचर कर रहा है। इस अवधि के दौरान इस राशि के जातकों को बहुत सावधान रहना होगा क्योंकि आपके किसी विश्वासपात्र व्यक्ति द्वारा इस दौरान आपको धोखा दिया जा सकता है, इसलिए सतर्क रहें। इस गोचर के दौरान आपके साथ धोखाधड़ी होने की संभावना बहुत अधिक है।
कुम्भ
कुंभ राशि के जातकों के लिए, सूर्य सातवें घर का स्वामी है और आपके आठवें घर में यह गोचर कर रहा है। आठवां भाव अचानक हानि/ लाभ और मृत्यु का भाव कहा जाता है। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातकों को अपने करियर और व्यक्तिगत जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यावसायिक जीवन में इस राशि के जातकों को अपने वरिष्ठों का सहयोग प्राप्त नहीं होगा और साथ ही आप कार्यक्षेत्र की आंतरिक राजनीति में शामिल हो सकते हैं।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे घर का स्वामी है और यह आपके विवाह और भागीदारी के सातवें घर में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान मीन राशि के जातक अपने विरोधियों के कारण कुछ कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं और आप अपना अधिकांश समय दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में बिता सकते हैं। आपके जीवनसाथी और अन्य लोगों के साथ संबंध भी इस दौरान बहुत अच्छे नहीं कहे जा सकते। जीवनसाथी के साथ अहम के टकराव की उच्च संभावना है।