दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता राकेश कुमार गुप्ता और विद्युत वितरण खंड केस्को कानपुर के क्लर्क शफातु”ला खान को विजलेंस टीम ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर बिजली बिलों में हेराफेरी कर घोटाला करने का आरोप था।
यह प्रकरण वर्ष 2015 का है। राकेश कुमार गुप्ता उस समय विद्युत वितरण खंड दहेली सुजानपुर केस्को कानपुर में अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात थे और शफातु”ला खान क्लर्क के पद पर तैनात था। दोनों ने फर्जी तरीके से बिजली बिल तैयार कर विभाग को भारी क्षति पहुंचाई थी। इस सबंध में कानपुर के चकेरी थाने में मुकदमा अपराध संख्या 437/2015 में आईपीसी की धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
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बाद में इसकी जांच विजिलेंस को सौंप दी गई थी। विजिलेंस ने अपनी जांच पूरी करने के बाद शासन ने अभियोजन की मंजूरी ली। मंजूरी मिलने के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों मंगलवार को लखनऊ में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियनम की विशेष कोर्ट में पेश किए जाएंगे।
विजलेंस विभाग के अधिकारी ने बताया कि दोनों के विरूद्ध जांच में पर्याप्त सबूत मिले हैं। जांच में दोनों दोषी पाये गये। दोषी पाये जाने के बाद शासन से दोनों गिरफ्तारी की अनुमति मांगी गयी। शासन से हरी झण्डी मिलने पर लखनऊ से विजलेंस की एक टीम कानपुर रवाना की गयी और उसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।