मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के केस में ड्रग ऐंगल सामने आया है। इसके बाद ईडी और सीबीआई के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने भी अपनी जांच तेज कर दी है। एनसीबी ने जांच तेज करते हुए दो कथित ड्रग पेडलर्स के साथ ही रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक चक्रवर्ती और सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा को भी हिरासत में लिया है।
इस केस में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इन खुलासों के बाद सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने एक बार फिर मुंबई पुलिस की जांच पर नाराजगी जताई है।
Arrests by NCB prove the fear of the family that there was something very big that Mumbai Police wanted to hide. Clearly, there are several angles in this case. The family (of Sushant Singh Rajput) hopes that more angles will come out: Vikas Singh, lawyer of Rajput's family pic.twitter.com/v89Ysd2TCj
— ANI (@ANI) September 5, 2020
विकास सिंह ने कहा कि एनसीबी ने अरेस्ट किया है। इससे साफ है कि मुंबई पुलिस क्या-क्या छिपा रही थी? मुंबई पुलिस का रवैया शुरू से संदेहास्पद था। ड्रग्स का मामला जिस तरह से सामने आया है। इसके बारे में तो परिवार को कुछ पता भी नहीं था। एनसीबी की की जांच पर परिवार को पूरा भरोसा है। बता दें कि एनसीबी जांच में सामने आया है कि रिया उनके भाई और सुशांत का स्टाफ ड्रग्स की खरीद-फरोख्त और इस्तेमाल में शामिल था।
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विकास सिंह ने सुशांत की मानसिक स्थिति को लेकर की जा रही बातों पर कहा कि रिया जिस पेंटिंग की बात कर रही हैं। वैसी कोई पेंटिंग उस होटल में नहीं है। यदि है भी तो सैटर्न अपने बच्चे को खा रहा है। इससे मेडिकल के हिसाब से दिमाग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। वह घटना अक्टूबर की है, लेकिन जो जून में हुआ है उससे उसे लिंक करना समझ से परे है। रिया चक्रवर्ती अपना बयान बार बार बदल रही हैं।
पिता से इजाजत के बिना मीडिया से बात नहीं कर सकते डॉक्टर
सुशांत के केस में डिप्रेशन का मानसिक बीमारी का दावा सामने आने के बाद डॉक्टर मीडिया से भी इस बारे में बात कर रहे हैं। इस पर विकास सिंह ने कहा कि कोई भी डॉक्टर अपने पेशेंट का ब्योरा शेयर नहीं कर सकता। यदि ऐसा करना है तो उनके पिता से इजाजत के बिना यह नहीं किया जा सकता है, लेकिन जिस तरह से डॉक्टर बयान दे रहे हैं। डॉक्टर को सुशांत की मानसिक स्थिति को लेकर तो उन्हें सोचना चाहिए। दूसरा वह कह रहे हैं कि सुशांत की मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी जबकि ऐसा कुछ नहीं है। अगर वह ऐसा कह रहे हैं तो उनके पास प्रमाण होना चाहिए। मीडिया से बात करने के लिए किसी भी डॉक्टर को पहले सुशांत की मेडिकल हिस्ट्री परिवार के साथ डिस्कस कर लेनी चाहिए।’