केरल। राज्य के थ्रिसुर ज़िले में शनिवार को एक 22 वर्षीय मंकीपॉक्स (Monkeypox) के संदिग्ध मरीज की मौत के दावे किए जा रहे हैं। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक़ युवक कुछ दिनों पहले ही यूएई की यात्रा कर लौटा था।
केरल स्वास्थ्य विभाग ने मृत संदिग्ध का सैंपल जांच के लिए एनआईवी के स्थानीय जांच केन्द्र आलप्पुझा भेजा है। स्वास्थ्य विभाग ने मृत संदिग्ध मंकीपॉक्स (Monkeypox ) मरीज के परिवार को युवक का अंतिम संस्कार विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रोटोकॉल के हिसाब से करने का आग्रह किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक जिन डॉक्टर के पास मरीज का इलाज चल रहा था, उन्होंने बताया कि मरीज में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दिए थे। डॉक्टर ने बताया, “हालांकि जब उसे एडमिट कराया गया था तो उसके शरीर पर लाल निशान या छाले नहीं थे लेकिन बाद में उसके शरीर पर वो निशान आने लग गए।” डॉक्टर बताया कि, चुंकी मरीज हाई रिस्क यूएई से लौटा था, इसलिए उसका इलाज आइसोलेशन वॉर्ड में चल रहा था।
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हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक़ उन्होंने बताया, “शुरुआती जांच से उसके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है। पहले उसके रिपोर्ट आने दीजिए। उम्मीद है कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव ही आएगी।” उन्होंने बताया कि दुनियाभर में हज़ारों मामले दर्ज किए जा रहे हैं लेकिन “अबतक सिर्फ पांच मौतें ही दर्ज की गई है।”
हालांकि, केरल स्वास्थ्य विभाग की मंत्री वीना ज्योर्ज ने बताया कि कोल्लम से सामने आया मंकीपॉक्स का पहला मरीज ठीक हो चुका है और उसे सरकारी अस्पाताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। इसके बाद कन्नूर से सामने आया दूसरा मरीज भी यूएई से ही लौटा था, जिसका इलाज चल रहा है।