महाकुंभनगर। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक रिपोर्ट में बताया गया कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में फेकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ी है, नदी में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में विभिन्न स्थानों पर फेकल कोलीफॉर्म का स्तर स्नान के लिए प्राथमिक जल गुणवत्ता के अनुरूप नहीं है। मामले पर आरोप-प्रत्यारोप दौर शुरू हो चुका है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda) ने कहा कि सरकार ने जितना प्रचार किया वो सब झूठा है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda) ने कहा कि वैज्ञानिक बोल रहे हैं कि जल स्नान लायक पानी नहीं है। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप कुंभ के पहले नालों को बंद नहीं कर पाए, ये कुप्रबंधन नहीं है तो और क्या है।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार तो कई योजनाएं बनाती हैं, इन ABCD योजनाओं का आपने जितना भी प्रचार किया है वो सब झूठा है। 144 साल बोल-बोलकर लोगों को परेशान किया। भोजन नहीं है तो प्रचार क्यों किया? उन्होंने कहा कि यह करोड़ों लोगों की आस्था के साथ, उनकी भावना के साथ और उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।
कुंभ में कोई वैकल्पिक तैयारी नहीं गई- अविमुक्तेश्वरानंद
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda) ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जितने लोगों की व्यवस्था आप कर सकते थे उतने ही लोगों को बुलाना चाहिए था। जब आपने व्यवस्था बनाई थी सब अधिकारी बैठे थे, ये सब किसके लिए किया था? जब आपको सब बंद ही करना था।
लाल निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी ने भी भारी गिरावट के साथ की ओपनिंग
उन्होंने आगे कहा कि पूरे महाकुंभ के दौरान कोई भी वैकल्पिक तैयारी नहीं गई। जो व्यवस्थाएं की जानी चाहिए थी उनमें से कुछ नहीं हुआ, न क्राउड मैनेजमेंट का पालन नहीं किया न सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया। भगदड़ में हुई मौतों का आंकड़ा छुपाया गया है, यह घोर पाप है।
सरकार ने लोगों इनवाइट करने के अलावा कुछ नहीं किया- शंकराचार्य
शंकराचार्य ने आगे कहा कि अब देखिए राजनीति दलों की अपनी भाषा है। एक सनातनी होने के नाते – 300 किमी का पैदल चलना पड़ता है कुप्रबंधन नहीं तो और क्या है। सरकार अगर चाहती तो इसको लेकर 4 प्लान बनाए जा सकते थे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया। उन्होंने केवल अंधाधुंध लोगों को आमंत्रित कर दिया। इसके अलावा कोई काम नहीं हुआ है। आम जनता परेशान है कई किलोमीटर तक उन्हें चलना पड़ रहा है। कोई सुध लेने वाला नहीं है।
अखिलेश पर भड़के शंकराचार्य
सपा अध्यक्ष ने कहा था कि जब प्रदेश सरकार सारा पैसा कुंभ में खर्च कर देगी, तो किसान का क्या होगा? इस पर शंकराचार्य ने कहा कि अगर कुंभ नही होता था तो आप क्यों करवाए थे , वजट क्यों बनवाया था ।। ऐसा बयान देना उनका कोई अधिकार नहीं है।