जिन्ना वाले बयान पर अखिलेश यादव के तटस्थ रहने पर एक बार फिर उन पर भाजपा ने चौतरफा हमला बोला है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि जिन्ना के प्रति प्रेम अब भी अटूट है…। इसके साथ ही उन्होंने उनसे पूछा है कि अखिलेश यादव इतिहास की किताबें हिन्दुस्तान की पढ़नी है या पाकिस्तान की।
दरअसल यह मुद्दा एक बार फिर से इसलिए उठा क्योंकि जब एक पत्रकार ने अखिलेश यादव से यह पूछा कि जिन्ना का नाम आपने किस परिपेक्ष्य में लिया था ? उसका क्या आशय था ? इस पर आप क्या कहना चाहेंगे ? पत्रकार के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं, उन्हें किताबें पढ़नी चाहिए। बस, अखिलेश यादव की इसी बात पर उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने करारा पलटवार किया है।
उनसे पूछा कि अखिलेश यादव बताएं कि इतिहास की किताबें हिन्दुस्तान की पढ़नी हैं या पाकिस्तान की। अखिलेश यादव की फोटो के साथ एक अन्य ट्वीट करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि समाजवाद की बात करने वाले यूपी के शहजादे जहां जाते हैं, अपना सोफा साथ लेकर जाते हैं। गौरतलब है कि इस फोटो में चमकदार सोफा दिख रहा है। उसी पर अखिलेश यादव बैठे हैं।
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वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के मैच में पाकिस्तान के जीतने पर पटाखा फोड़ने वाले समुदाय विशेष को वोट बैंक मानने वाले अखिलेश यादव जिन्ना के महिमामंडन में जुटे हैं। अखिलेश यादव को यह महिमामंडन भारी पड़ेगा क्योंकि यह देश मोहम्मद अली जिन्ना को खलनायक मानता था, खलनायक ही मानेगा। सरदार पटेल से जिन्ना की तुलना करने से सपा मुखिया की मानसिकता के बारे प्रदेश और देश की जनता को पता चल गया है। अब उत्तर प्रदेश में उनकी दाल गलने वाली नहीं है।