अफगानिस्तान में तालिबान की ताकत और सक्रियता दोनों बढ़ती जा रही है। देश के कई हिस्सों पर अपना कब्जा जमा चुका तालिबान ने फिर बड़ी कार्रवाई की है। अब उनकी तरफ से कंधार जेल को तोड़ दिया गया और कई राजनैतिक कैदियों को छोड़ा गया। इस पूरी कार्रवाई की एक वीडियो भी जारी कर दी गई है।
बताया गया है कि ये वहीं जेल है जहां से तालिबान अपने कैदियों को छुड़वाना चाहता था। पिछले महीने भी इस जेल पर हमला किया गया था। लेकिन तब सफलता हासिल नहीं हुई। अब फिर तालिबान ने बुधवार को कंधार जेल को अपना निशाना बनाया और इस बार वो अपने मिशन में कामयाब रहा। कई राजनैतिक कैदियों को जेल तोड़ छुड़वा दिया गया है। इस पूरी कार्रवाई का एक वीडियो भी तालिबान ने जारी किया है। वीडियो के जरिए अफगान प्रशासन को सीधी चुनौती दी जा रही है।
बता दें ये वहीं कंधार है जहां से पिछले महीने भारतीय दूतावास में तैनात लगभग पचास भारतीय राजनयिकों वापस देश बुलाया गया था। तालिबान की तरफ से इस इलाके में लगातार हिंसा की जा रही थी, ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत ने अपने तमाम राजनयिकों को तुरंत वापस बुला लिया था। अब वहीं पर तालिबान ने कई महत्वपूर्ण राजनैतिक कैदियों को छुड़वा दिया है। ऐसे में आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है।
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वैसे स्थिति इतनी खराब तो हो ही गई है कि अब अफगान सरकार ने अपने आर्मी चीफ को बदल दिया है। लोकल मीडिया द्वारा बताया गया है कि तालिबान की बढ़ती ताकत को देखते हुए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने आर्मी चीफ को बदल दिया है। कहा गया है कि अब आर्मी चीफ की जिम्मेदारी Hibatullah Alizai को दे दी गई है। पहले Wali Ahmadzai अफगान के आर्मी चीफ थे। लेकिन अब क्योंकि तालिबान की ताकत बढ़ रही है और सेना कमजोर हो रही है, ऐसे में ये बड़ा फेरबदल किया है। लेकिन इस फैसले के बारे में औपचारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया गया है।
इतना सबकुछ इसलिए होता दिख रहा है क्योंकि अफगानिस्तान में कई साल बाद फिर तालिबान की सक्रिय रूप से वापसी हो रही है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तालिबान ने देश के 70 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर अपना कब्जा जमा लिया है। उनके कदम तेजी से अब काबुल की तरफ बढ़ रहे हैं। लेकिन इन तमाम दावों को अफगान सरकार खारिज कर रही है।