नई दिल्ली। टाटा संस ने सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की बोली जीत ली है। भारत सरकार ने टाटा संस की बोली को मंजूरी दे दी है। बता दें कि, जहांगीर रतनजी दादाभाई (जेआरडी) टाटा ने 1932 में एयरलाइन की स्थापना की थी। उस समय इस विमानन कंपनी को टाटा एयरलाइंस कहा जाता था। टाटा ने ही पहली बार इसे कराची से बॉम्बे के बीच डाकपत्रों को लेकर उड़ान भरी थी।
दरअसल, टाटा संस ने एयर इंडिया के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है। टाटा संस ने एयर इंडिया के लिए 18 हजार करोड़ की बोली लगाई थी जबकि स्पाइस जेट के संजय सिंह ने 15 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। सरकार ने इसका रिजर्व प्राइस 12906 करोड़ रुपये तय किया था।
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जानकारी के मुताबिक, सरकार एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेच दिया है। इससे पहले सरकार ने 2018 में भी इसे बेचने की असफल कोशिश की थी।
सरकार तब पूरी हिस्सेदारी की बिक्री नहीं कर रही थी और अपने पास 24 फीसदी हिस्सेदारी रखना चाहती थी। सरकार को एयर इंडिया की बिक्री से 2700 करोड़ रुपये की नगदी हासिल होगी। ये सौदा इस साल दिसंबर 2021 तक पूरा हो जाएगा।