लखीमपुर खीरी। जिले में दो सरकारी शिक्षिकाओं (Teachers) ने अपना ट्रांसफर (Transfer) रुकवाने के लिए शर्मनाक हरकत कर दी। बेहजाम ब्लाक के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की करीब 20 छात्राओं (Students) को उनकी दो शिक्षकों ने गुरुवार रात कथित तौर पर बंधक (Hostage) बना लिया।
मामला सामने आने के बाद दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस दौरान छात्राओं का रो रो कर बुरा हाल था। घटना के बाद छात्राओं के परिजनों में आक्रोश है।
मामला लखीमपुर खीरी के बेहजम ब्लाक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है। जहां गुरुवार की रात पर मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार नाम की शिक्षिका है। इन्होंने अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए 20 छात्राओं को अपने कब्जे में लेकर प्रशासन पर ट्रांसफर रोकने का दबाव बनाया। काफी देर तक हंगामा होने के बाद इलाके के लोगों ने जब इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम ने बंधक बनाए गए भी छात्राओं को 20 शिक्षिकाओं के कब्जे से छुड़ाया। छात्राओं का आरोप है दोनों शिक्षिका उन्हें प्रताड़ित कर रही थी। पुलिस ने दोनों टीचरों पर 342, 504,336 धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडे ने बताया, “शिक्षकों ने अनुशासनात्मक आधार पर दूसरे केजीबीवी में हुए उनके तबादले को रद्द करने के लिए जिले के अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए।” उन्होंने बताया, “वार्डन ललित कुमारी ने उन्हें और जिला समन्वयक, बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव को घटना के बारे में सूचित किया, जिसके बाद वे स्कूल पहुंचे और वहां कई घंटों तक मौजूद रहें। स्थानीय पुलिस थाना से महिला पुलिस को बुलाया गया और लड़कियों को अपने छात्रावास के कमरे में वापस लाया गया।”
पांडे ने कहा, “इस संबंध में जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव द्वारा दो शिक्षकों मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस मामलें की चार सदस्यीय समिति द्वारा विभागीय जांच की जाएगी। समिति को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ सेवा अनुबंध को समाप्त करने सहित कड़ी कार्रवाई की जाएगी।