औरैया। बीती 15 फरवरी 2022 को थाना दिबियापुर में यासीन पुत्र मो. सफी निवासी सेहुद ने अपनी भतीजी गुलप्शा की हत्या (murder) के शक के आधार पर शिवम कुमार पुत्र नरेश चन्द्र निवासी सेहुद पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।
इस पर पुलिस अधीक्षक ने घटना के अतिशीघ्र अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसओजी व थाना दिबियापुर की दो पुलिस टीमों को गठित कर आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत किये गये थे। गठित पुलिस टीमों द्वारा घटना के अनावरण हेतु काफी लगनशीलता के साथ इलेक्ट्राॅनिक व मैनुअल साक्ष्यों को एकत्रित किया गया तथा मुखबिर से आस-पास के ग्रामीण लोगों से पूछताछ की गई। घटना में नामजद युवक तथा उसके परिजन से भी गहनता से पूछताछ की गई।
जिससे नई जानकारियां पुलिस टीम को प्राप्त हुईं। इसके आधार पर साक्ष्यों को संकलित करते हुए पुलिस टीम द्वारा मृतिका के तीन परिजनों को 23 फरवरी को लक्ष्मीनरायण मन्दिर ग्राम सेहुद के पास से गिरफ्तार किया तथा एक अभियुक्त अनवार मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा घटना करना स्वीकार किया गया व निशादेही पर घटना में प्रयुक्त बोरा व रस्सी बरामद किये गये।
कोतवाली में बुधवार को वार्ता करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तगणों ने पुलिस को बताया कि मृतका के गांव के ही रहने वाले शिवम पुत्र नरेश चन्द्र से सम्बन्ध थे। जिसकी जानकारी पूर्व में भी एक बार हुई थी। जिसका हम लोगों ने विरोध किया था तथा शिवम के घरवालों को भी बताया था।
धर्म अलग होने के चलते हम लोगों द्वारा मृतका को कई बार समझाया किन्तु वह नहीं मानी तथा उनके बीच लगातार बातचीत हो रही थी। 14 फरवरी 2022 को रात्रि में मृतका का मोबाइल फोन हम लोगों को मिला था। उसके बाद भी मृतका रात में अपने चाचा इसरार के मोबाइल से शिवम से बात कर रही थी। जिस कारण हम लोगों ने मिलकर रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी तथा शव को बोरे में भरकर कुएं में फेंक दिया था।