इस्लामी आतंकवादियों ने पिछले कुछ दिनों में उत्तरी मोजाम्बिक में काबो डेलगाडो प्रांत के कई गाँवों पर हमला किया, जिसमें 50 से अधिक लोगों के सिर काट दिए गए। राज्य मीडिया और पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
चश्मदीदों ने बताया कि इस्लामी आतंकवादियों ने एक गाँव के निवासियों को पहले खींच कर फुटबॉल के मैदान में लाया और फिर वहाँ उनके सिर काटकर बेरहमी से हत्या कर दी। फिर उन्होने उनके शरीर को काट डाला गया। आतंकवादियों ने कथित तौर पर महिलाओं और बच्चों का अपहरण भी किया था।
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मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल में कथित तौर पर उनके साथ शामिल होने से इनकार करने पर आतंकवादियों ने कई लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और 50 से अधिक युवकों के सिर काट डाले। मानवाधिकार समूहों का कहना है कि सरकारी सुरक्षा बलों ने भी प्रांत में बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है।
राज्य मीडिया ने बताया कि दूसरे गाँव में भी कई लोगों के सिर धड़ से अलग कर दिए गए। 2017 से अभी तक लगभग 2,000 से अधिक लोगों की हत्या की जा चुकी है और मुख्य रूप से मुस्लिम प्रांत में हुए संघर्ष में लगभग 400,000 लोग बेघर हो गए हैं। आतंकवादी इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह से जुड़े हुए हैं। समूह ने गरीबी और बेरोजगारी का फायदा उठाया है ताकि क्षेत्र में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए युवाओं को अपनी लड़ाई में भर्ती किया जा सके।
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मुएडा (पूर्वोत्तर मोजाम्बिक में मकोंडे पठार का सबसे बड़ा शहर) में एक सहायता कर्मी ने इस हत्याकांड की पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ लड़के उस क्षेत्र से आए थे। उन्होंने कहा कि शरीर के अंगों को मंगलवार को दफनाने के लिए उनके परिवारों को भेजा गया था। कार्यकर्ता ने कहा, “अंतिम संस्कार बड़े दर्द के वातावरण में आयोजित किया गया था। शरीर पहले से ही विघटित हो रहे थे और वे मौजूद लोगों को नहीं दिखाए जा सकते थे।” हालाँकि मोजाम्बिक अधिकारियों ने अभी तक मौतों पर टिप्पणी नहीं की है।
मोजाम्बिक के जिहादी खुद को अल-शबाब कहते हैं। हालाँकि सोमालिया में काम करने वाले उस नाम के समूह के बारे में उन्हें कोई ज्ञात जानकारी नहीं है। पिछले साल आतंकवादियों ने तथाकथित इस्लामिक स्टेट समूह के प्रति निष्ठा का वादा किया था।