छत्तीसगढ़ के पाटन से एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने सभी के होश उड़ा दिए। यहां एक घर में पिता-पुत्र के शव फंदे से लटके हुए मिले। तो वहीं, 50 मीटर की दूरी पर पत्नी और दो बेटियों के शव जल हुए मिले। एक ही परिवार से 5 सदस्यों के शव मिलने के बाद पूरे जिले में खलबली मच गई है। छानबीन के बाद भी अब तक घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस का कहना है कि एक परिवार के पांच सदस्यों के संदिग्ध अवस्था में शव मिले हैं। जिसमें पिता और जवान बेटे फांसी के फंदे में झूलते हुए अवस्था में मिले हैं जबकि घर से 50 मीटर की दूरी पर मां और दो बेटियां के शव को जले हुए अवस्था में बरामद किए गए हैं। फिलहाल दुर्ग पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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दरअसल, ये मामला पाटन थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बठेना का है। परिवार के मुखिया 52 वर्षीय राम बृज गायकवाड का पूरा परिवार गांव से दूर रहता था। उनके परिवार में उनकी 45 वर्षीय पत्नी जानकीबाई, बड़ी बेटी 28 वर्षीय दुर्गा गायकवाड, 27 वर्षीय बेटा संजू गायकवाड और छोटी बेटी 22 वर्षीय ज्योति गायकवाड एक साथ रहते थे।
राम बृज के पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत थे। उनकी पांच संताने हैं जिसमें राम बृज सबसे बड़ा पुत्र था। मृतक राम बृज के छोटे भाई ने जब उसके फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया तो मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा था। फिर भाई ने लगभग दोपहर 3 बजे किसी गांव वाले को फोन कर जानकारी लेने की कोशिश की।
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छोटे भाई के कहने पर जब गांव के एक व्यक्ति ने राम बृज के घर जाकर देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने देखा कि घर में दोनों पिता-पुत्र फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। जबकि घटना से 50 मीटर की दूरी राम बृज की पत्नी और दोनों बेटियों के शव जली हुई अवस्था में मिले। सूचना मिलते ही दुर्ग पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि मृतक का घर गांव से बाहर 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित है और इनका गांववालों से बहुत ज्यादा संपर्क नहीं रहता था। इन्होंने आधा एकड़ जमीन में हल्दी और सब्जी लगाई हुई है। पिता पुत्र के फांसी लगाने और मां सहित दोनों बेटियों के शव जली हुई अवस्था में मिलने के कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है। अभी भी ये सवाल गहराया हुआ है कि आखिर राम बृज ने अपने पुत्र के साथ फांसी पर झूलने का कदम क्यों उठाया। इसका भी कारण अब तक पता नहीं चल सका है।