प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को प्रसिद्ध वकील केटीएस तुलसी की मां स्वर्गीय बलजीत कौर तुलसी द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘द रामायण ऑफ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी’ की पहली प्रति भेंट की गई। इस पुस्तक का प्रकाशन आईजीएनसीए ने किया है।
कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी ने अपनी बेटी जपना तुलसी और पोती मुक्ति तुलसी की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह किताब भेंट की। इस मौके पर भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना और भाजपा सांसद सोनल मानसिंह भी मौजूद थीं।
ਉੱਘੇ ਵਕੀਲ ਸ਼੍ਰੀ ਕੇਟੀਐੱਸ ਤੁਲਸੀ ਜੀ ਦੀ ਮਾਂ ਸਵਰਗੀ ਸ਼੍ਰੀਮਤੀ ਬਲਜੀਤ ਕੌਰ ਤੁਲਸੀ ਜੀ ਦੁਆਰਾ ਲਿਖੀ ਪੁਸਤਕ ‘ਦ ਰਾਮਾਇਣ ਆਵ੍ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ’ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਕਾਪੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ। ਇਹ ਪੁਸਤਕ ਆਈਜੀਐੱਨਸੀਏ ਦੁਆਰਾ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਿਤ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ। pic.twitter.com/hP3rGUKQ5T
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2021
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प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘स्वर्गीय बलजीत कौर तुलसी द्वारा लिखित ‘द रामायण ऑफ श्री गुरु गोविंद सिंह जी’ की पहली प्रति मुझे प्राप्त हुई। बलजीत कौर तुलसी जी प्रसिद्ध वकील केटीएस तुलसी की मां हैं।’ इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात से संबंधित कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।
तुलसी ने सुनाए गुरबाणी शबद
एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान केटीएस तुलसी ने सिख धर्म के आदर्श सिद्धांतों के बारे में बात की और साथ ही गुरबाणी शबद सुनाए। उन्होंने कहा, ‘मन को छूने वाले थे उनके भाव।’ प्रधानमंत्री ने केटीएस तुलसी द्वारा गाए गए गुरबाणी का एक ऑडियो भी साझा किया।
ਸਾਡੀ ਗੱਲਬਾਤ ਦੌਰਾਨ, ਫ਼ਾਜ਼ਲ ਸ਼੍ਰੀ ਕੇਟੀਐੱਸ ਤੁਲਸੀ ਜੀ ਨੇ ਸਿੱਖ ਧਰਮ ਦੇ ਨੇਕ ਸਿਧਾਂਤਾਂ ਬਾਰੇ ਗੱਲ ਕੀਤੀ ਅਤੇ ਗੁਰਬਾਣੀ ਸ਼ਬਦ ਗਾਇਨ ਵੀ ਕੀਤਾ। ਮੈਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਹਾਵ–ਭਾਵ ਤੋਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਹੋਇਆ। ਇਹ ਆਡੀਓ ਸੁਣੋ। https://t.co/0R9z836sLi
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2021
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्भाण के लिए हुए भूमि पूजन करने के बाद आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि गुरु गोविंद सिंह जी ने तो खुद ‘गोविंद रामायण’ लिखी है। उस समय इस वक्तव्य को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना की गई थी और दावा किया गया था कि गुरु गोविंद सिंह जी ने ऐसी कोई रचना नहीं की थी।