दिल्ली से टीकमगढ़ जा रही सवारियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर जोरासी घाटी के पास पलट गई। हादसे में 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं तो आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें ग्वालियर जेएच में भर्ती करा दिया गया है। साथ ही दो व्यक्तियों की मौत हो गई है। सवारियों के बारे में बताया जा रहा है कि यह सभी मजदूर थे जो लॉकडाउन के डर के चलते दिल्ली से पलायन कर छतरपुर और टीकमगढ़ जिले में अपने घर जा रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, घटना मंगवार सुबह 9:00 बजे के आसपास जोरासी घाटी के पास घटी। ड्राइवर ने गाड़ी को तेज गति से चलाते हुए डिवाइडर में टक्कर मार दी जिससे वह अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई और जैसे-तैसे मजदूर बस से बाहर निकले। घटना की जानकारी लगते ही तत्काल बिलौआ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को बस में से निकाला गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए ग्वालियर एसपी अमित सांघी, डबरा एसडीएम प्रदीप शर्मा और परिवहन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। तत्काल क्रेन की सहायता से बस को उठाया गया और मजदूरों को निकाला गया। हादसे में दो मजदूरों की मौत हुई जबकि आठ गंभीर घायल हुए हैं जिन्हें प्राथमिक उपचार हेतु ग्वालियर में भर्ती कराया गया है। साथ ही अन्य मजदूरों को अन्य बस की सहायता से अपने गंतव्यों पर भेजा गया।
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बस के बारे में बताया जा रहा है कि बस स्लीपर कोच थी और उसमें क्षमता से अधिक सवारी भरी हुई थी। सबसे बड़ी बात इस बस में टीकमगढ़ छतरपुर जिले के मजदूर सवार थे जो दिल्ली में कोरोना के चलते लगने वाले लॉकडाउन के भय के कारण अपने अपने गांव जाने के लिए निकल दिए हैं। परिवहन विभाग हर बार की तरह हादसे के बाद कार्रवाई की बात कर रहा है।
इस घटना में भी साफ देखा जा सकता है कि बस में क्षमता से अधिक सवारियां भरी हुई थीं। मजदूरों का कहना है कि 200 लोग बस में सवार थे और कुछ लोग छत पर बैठे हुए थे। लोगों का कहना है कि ड्राइवर ने शराब पी रखी थी और उसका धौलपुर के पास एक ट्रक से हादसा भी हुआ था पर इसके बावजूद बस स्टाफ ने सबक नहीं लिया और जौरासी घाटी पर आकर यह घटना घट गई।
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ग्वालियर एसपी का साफ तौर पर कहना है कि क्षमता से अधिक सवारियां थी। इस घटना में दो लोगों की मौत हुई है। मामले को लेकर कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग के अधिकारी अभी भी जांच की बात कह रहे हैं। उनका तर्क है कि यह जांच का विषय है कि क्षमता से अधिक सवारी थी या नहीं पर वीडियो देखकर साफ लगता है कि बस क्षमता से अधिक भरी हुई थी इसी कारण यह हादसा हुआ है।