Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

स्कूलों के करीब छह माह से बंद होने से शैक्षणिक नुकसान के साथ बच्चों के भविष्य पर पड़ा असर

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री School closures

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री

नई दिल्ली| दुनिया भर में स्कूलों के करीब छह माह से बंद होने के कारण न केवल शैक्षणिक नुकसान हुआ है, बल्कि यह भविष्य में उनकी जीवन भर की आय और आजीविका पर भी असर डालने वाला साबित होगा। आर्थिक सहयोग एवं विकास परिषद (ओईसीडी) और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार, कक्षा एक से 12 तक के स्कूल बंद होने से इन बच्चों की जीवन भर की आय तीन से 5.6  फीसदी तक कम हो सकती है।

कंगना ने साधा जया बच्चन पर निशाना, बोली-आपने और आापकी इंडस्ट्री ने कौन सी थाली दी है?…

पूरे देश को नुकसान की बात करें तो भारत जैसे विकासशील देशों की जीडीपी में 1.5 फीसदी की अतिरिक्त गिरावट आ सकती है। अगर ये स्कूल तुरंत न खोले गए तो नुकसान कहीं ज्यादा होगा। खासकर पिछड़े-वंचित परिवारों के बच्चों की भविष्य में कमाई पर ज्यादा असर पड़ेगा। भारत में भी स्कूल मार्च के मध्य से ही बंद हैं। कई राज्यों में कॉलेज 21 सितंबर से खुल रहे हैं मगर स्कूलों के 30 सितंबर तक खुलने के तो कोई आसार नहीं हैं। ओईसीडी ने कहा कि जिन स्कूलों, परिवारों और बच्चों के पास ऑनलाइन शिक्षा के संसाधन नहीं है,  भविष्य में उनकी आय या रोजगार पर ज्यादा असर पड़ेगा।

सुशांत मामले पर निया शर्मा ने दी सलाह, बोलीं- ‘सिर्फ मामले से जुड़े लोग ही बोलें और…!’

इससे भविष्य में बच्चों के भविष्य, आजीविका या आय को होने वाले नुकसान से भी बचा जा सकता है। सरकार, स्कूल और अभिभावकों को साथ मिलकर बेहतर तालमेल के साथ दूरगामी रणनीति बनानी पड़ेगी। स्कूल दोबारा खुलें तो उन पर पढ़ाई को पूरा करने के लिए दोहरा दबाव न डाला जाए। देश में 70 फीसदी से ज्यादा निजी स्कूलों की आय काफी कमजोर है, ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नए दिशानिर्देश लाए जाएं।

Exit mobile version