प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कानून व्यवस्था और विकास कार्यो का जायजा लेने के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा विश्वनाथ की नगरी को सजा-संवार कर रखने के निर्देश दिये।
श्री मोदी के इस माह यहां अरबों रुपये की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के कार्यक्रम की संभावना है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने सोमवार को एक दिवसीय दौरा कर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की और रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर समेत अन्य विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
श्री योगी ने सर्किट हाउस सभागार में कानून व्यवस्था एवं विकास परियोजनाओं के प्रगति की विस्तार से समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा, “गत सात वर्षों में काशी (वाराणसी) में रिकॉर्ड संख्या में विकास परियोजनाएं आई और विकास हुआ। काशी को सजा-संवार कर रखें।”
उन्होंने ने कहा कि पांच से सात वर्षों के दौरान बड़े स्तर पर सड़कों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया गया है। वर्षा के कारण जो सड़क खराब हुईं हैं, उन्हें तत्काल ठीक किया जाए। काम ऐसा होते रहना चाहिए कि काशी के कार्यों का संदेश देश-दुनिया को मिले। जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी समन्वय से विकास कार्यों को गति प्रदान करें। जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनका स्थलीय सत्यापन तथा गुणवत्ता की परख की जाये।
मुख्यमंत्री कहा कि वाराणसी में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था का प्रभाव आमजन को महसूस हो। इसके लिए पुलिस पेट्रोलिंग तेज तथा ट्रैफिक व्यवस्था और सुदृढ़ करे। नगर निगम स्वच्छता कार्यों को तेजी से बढ़ाएं। वाराणसी विकास प्राधिकरण मानचित्र पास की प्राप्त मामलों को तत्परता से निस्तारित करें। चौराहों को और सुंदरीकरण कर काशी को सजाएं।
रमना एसटीपी के सही रूप से कार्य नहीं कर पाने की जानकारी पर श्री योगी ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें जवाबदेही की जाये। सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके विभाग द्वारा के क्रियान्वित कार्यों का संदेश आमजन तक पहुचायें।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को विभिन्न विभागों की विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि 736.38 करोड़ रुपए की 75 प्रमुख परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की 417.68 करोड़ रुपए की 64 प्रमुख परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के प्रस्ताव तैयार होकर स्वीकृत हो चुके हैं।
पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं में 186.00 करोड़ रुपए लागत से निर्मित वाराणसी नगर निगम में अंतरराष्ट्रीय सुविधा एवं सहयोग केंद्र ‘रुद्राक्ष’, 62.89 करोड़ रुपए लागत से राजकीय चिकित्सालय पांडेयपुर परिसर में 50 शैया महिला चिकित्सालय का भवन, 29.63 करोड़ की लागत से बीएचयू में रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑफथेल्मोलॉजी, 62.04 करोड़ रुपए लागत से 33.91 किमी0 लम्बे पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य, 50.17 करोड़ रुपए लागत से वाराणसी- गाजीपुर मार्ग पर पूर्वोत्तर रेलवे के समपार संख्या 20 स्पेशल पर प्रस्तावित 3 लेन ऊपरगामी सेतु का निर्माण, 20.25 करोड़ रुपए लागत से राजघाट से अस्सी तक क्रूज वोट के संचालन का कार्य एवं चार पार्कों का विकास एवं सौंदर्यीकरण एवं 84 घाटों पर सूचना पट्ट का कार्य, 19.55 करोड़ रुपए लागत से गोदौलिया चौक पर मल्टीलेवल टू व्हीलर पार्किंग का निर्माण कार्य, 14.21 करोड़ रुपए लागत से मछोदरी स्मार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल एवं स्किल डेवलपमेंट सेंटर का विकास, 11.95 करोड़ रुपए लागत से अस्सी घाट एवं राजघाट तथा अन्य घाटों पर दबाव कम किए जाने के लिए गंगा नदी के ड्रेजिंग एवं चैनेलाइजेशन का कार्य के अलावा सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू में 45.50 करोड़ रुपए लागत से निर्मित 100 शैयायुक्त एमसीएच विंग, 60.63 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 80 टीचर रेजिडेंशियल फ्लैट, 29.63 करोड़ रुपये की लागत से काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इंस्टिट्यूट ऑफ ऑफथेल्मोलॉजी की पूर्ण हो चुके हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 17.00 करोड़ रूपये की लागत से आईयूसीटीई भवन के अंतर्गत पूर्ण हो चुके एपीजे अब्दुल कलाम मल्टीपरपज भवन के निर्माण आदि कार्य प्रमुख हैं।
बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्य अनिल राजभर, डॉ नीलकंठ तिवारी एवं रविंद्र जायसवाल के अलावा स्थानीय प्रतिनिधि महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक सौरभ, श्रीवास्तव डॉ अवधेश सिंह, सुरेंद्र नारायण सिंह, विधान पार्षद अशोक धवन तथा एडीजी बृजभूषण, आयुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।