• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

बुंदेलखंड की सांस्कृति विरासत जो अब लुप्त होने की कगार पर है

Desk by Desk
11/01/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर
0
bundelkhand

bundelkhand

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

जालौन। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में अलग अलग नाम से अपनी पहचान रखने वाली आज की चमक दमक में लुप्त होती जा रही हैं । आज की युवा पीढ़ी इनके नाम या उपयोग के बारे में नहीं जानते। जालौन के उरई निवासी वरिष्ठ इतिहासकार हरिमोहन पुरवार ने आज यहां कहा कि कुछ घरेलू उपयोग की चीजे हैं जिनके बारे में अब के बच्चों को पता नहीं है। हम जिस क्षेत्र में रहते हैं वहां हमारी परम्परा हमारे संस्कार स्थापित होते हैं । इन परम्परा में लोक विरासत को संजोये रखते हैं।

देश में कोरोना रिकवरी दर बढ़कर 96.43 प्रतिशत हुई, 1.92 करोड़ मरीज रोगमुक्त

श्रज्ञी पुरवार ने ऐसी ही कुछ चीजों का जिक्र किया। घर कि सुरक्षा का जिम्मेदार साथी ताला भी है। ताला तो हर कोई जानता है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि लोहे से बनने वाला यह ताला बुंदेलखंड में तारो और चौखरौ भी कहलाता है। बुंदेलखंड की आभूषण संस्कृति का महत्त्वपूर्ण उदाहरण पेजना है जो चांदी से बनता है। आर्थिक अभाव में अब गिलट का भी .उपयोग होता है। आज इसका चलन पूर्ण रूप से बंद हो गया है । दतिया का पेजना बुंदेलखंड एवं आस पास में प्रसिद्ध रहें हैं।

बल्लेबाजों के जुझारूपन से ड्रॉ हुआ सिडनी में खेला जा रहा तीसर टेस्ट

ऐसा ही एक कलमदान है जो लोहे का बना होता था । चित्रकार अपनी तूलिका यानी कलम को इसी और रखते थे । जब वह चित्र का निर्माण कर रहें होते थे तब कलम नीचे रखने से उसका ब्रुश एवं रंग दोंनों गंदे ना हो इसलिए कलम दान महत्त्व रखता था ।
लालटेन की आवश्यकता शायद अब गाँव में भी नही है । कौन कांच चिमनी साफ करें कौन घासलेट या मिट्टी का तेल डालें बहुत सारी बातें जो अब असंभव हैं लेकिन एक समय था जब शाम होने से पहले राख या मिट्टी से कांच को साफ किया जाता था । किसकी लालटेन कितनी चमक रही है। यह प्रतिस्पर्धा का भाव भी रहता थे।

बल्लेबाजों के जुझारूपन से ड्रॉ हुआ सिडनी में खेला जा रहा तीसर टेस्ट

घर, मंदिर में आचमनी का उपयोग पूजा में किया जाता है। आचमनी पीतल या तांबा से बनी होती है। जब पूजा करते वक्त आचमन करते हैं या पूजा उपरांत जल चरणामृत प्रदान करते हैं तब आचमनी से ही इसे किया जाता है। आज हम उन्हें इसलिए भूलते जा रहे हैं क्योकि अब हमारे जीवन में उनकी कोई खास जगह नही है। जब तक कबाड़ी या रद्दी वाला या हमारा मन नही आया तब तक धरोहर हमारे आस पास पड़ी रहती है।

Tags: Bundelkhandbundeshkhand craftsvirasat
Previous Post

देश में कोरोना रिकवरी दर बढ़कर 96.43 प्रतिशत हुई, 1.92 करोड़ मरीज रोगमुक्त

Next Post

आप पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती पर फेंकी गई स्याही, FIR दर्ज

Desk

Desk

Related Posts

Amla Murabba
खाना-खजाना

इस तरह से बनाएं मुरब्बा, मिलेगा मां के हाथों वाला स्वाद

09/06/2025
Meetha Paratha
Main Slider

टिफिन में पैक करें ये टेस्टी डिश, बच्चों के फेस पर आएगी मुस्कान

09/06/2025
ginger
Main Slider

अदरक को ऐसे करें स्टोर, लंबे समय तक रहेगी फ्रेश

09/06/2025
CM Vishnudev Sai
Main Slider

चिन्तन शिविर 2.0: सीएम विष्णुदेव सहित मंत्रियों ने सीखे बेहतर वित्तीय प्रबंधन के गुर

08/06/2025
Brick Kilns
उत्तर प्रदेश

ईंट भट्ठों के नियमन की दिशा में सीएम योगी का ठोस कदम

08/06/2025
Next Post
somnath bharti

आप पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती पर फेंकी गई स्याही, FIR दर्ज

यह भी पढ़ें

telecom companies

टेलीकॉम कंपनियों को बड़ी राहत

27/05/2021
women arrested

हत्या के आरोप में तीन महिला समेत छह गिरफ्तार

03/03/2022
Kashi model

सीएम योगी, धामी, केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद और नकवी बोले, ‘पूरा हुआ संकल्प’

13/12/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version