उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सैनिक स्कूल के भवन का वास्तु भारतीयता और यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक होना चाहिये।
श्री योगी ने मंगलवार को गोरखपुर के प्रस्तावित नवीन सैनिक स्कूल की स्थापना के लिये अनावासीय/आवासीय भवनों के निर्माण के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के मौके पर कहा कि भवनों का निर्माण भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत किया जाए। भवनों को वर्टिकल रूप से निर्मित किये जाने पर विचार किया जाए, जिससे खेल मैदानों की उपलब्धता जरूरत के अनुसार सुनिश्चित की जा सके। आडिटोरियम की क्षमता में वृद्धि किये जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि निर्माण की प्रक्रिया चरणबद्ध व समयबद्ध ढंग से तेजी के साथ पूर्ण की जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि भवन का स्वरूप भारतीय परम्परा और संस्कृति को दर्शाए। भवनों और स्कूल के निर्माण में भारतीय महापुरुषाें, वीरांगनाओं और स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के शौर्य और पराक्रम की गौरव गाथा को प्रदर्शित किया जाए। इसकी शैली उत्कृष्ट और जीवन्त हो। उन्होंने निर्माण में प्राचीन भारतीय विरासत के साथ-साथ आधुनिकता का समन्वय करते हुए तकनीक, डिजाइन और सुविधाओं का समावेश किए जाने के निर्देश दिए।
श्री योगी को अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित सैनिक स्कूल में मल्टीपरपज हाॅल, आडिटोरियम, सोलर लाइटिंग सिस्टम एवं सीसीटीवी, बागवानी व जैविक खेती, गौशाला, ध्यानकेन्द्र, शूटिंग रेंज, घुड़सवारी, स्विमिंग पूल आदि सम्बन्धी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। आवासीय/अनावासीय भवनों सहित इनके निर्माण की चरणबद्ध योजना बनायी गयी है।
इस अवसर पर उप्र राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जनरल आरपी शाही, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।