नई दिल्ली| ऐम्बुलेंस ड्राइवर, जिसने सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी को अस्पताल पहुंचाया, उसका कहना है कि एक्टर की मौत मर्डर है सुसाइड नहीं। ड्राइवर ने कहा, “बॉडी में किसी भी तरह का जहर नहीं पाया गया है, लेकिन यह केस मर्डर का है सुसाइड का नहीं। अगर उन्होंने फांसी लगाई होती तो उनकी टांग कैसे टूटेगी।”
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ड्राइवर का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रूम में रात के समय लाइट काफी हल्की रहती है, वहीं, दिन के समय सही रहती है। मैं नहीं जानता कि पोस्टमॉर्टम रूम के अंदर क्या हुआ, लेकिन मैं इतना जानता हूं कि दिवंगत एक्टर की मौत मर्डर है सुसाइड नहीं। लेटेस्ट रिपोर्ट्स की मानें तो AIIMS की फॉरेंसिक टीम ने हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में अपनी रिपोर्ट सौंपी।
एक रिपोर्ट में दावा किया है कि सुशांत सिंह राजपूत के विसरा में जहर नहीं पाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, सुशांत के शरीर में किसी भी तरह का ऑर्गेनिक जहर नहीं मिला है। गौरतलब है कि सुशांत सिंह के पिता केके सिंह ने दावा किया था कि रिया चक्रवर्ती ने जहर देकर उनके बेटे सुशांत की हत्या की है। वहीं, उनके वकील विकास सिंह ने एक्टर का मर्डर हुआ है, यह बात कही थी।
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पिछले दिनों बताया गया था कि एम्स की फॉरेंसिक टीम ने सुशांत की मौत में जहर की जांच के लिए विसरा टेस्ट किया था। इससे पहले सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत के मुंबई स्थित घर पर फॉरेंसिक जांच और आगे की जांच के लिए दिल्ली एम्स से तीन सदस्यीय डॉक्टरों की एक विशेष टीम बुलाई थी। बता दें कि डॉ. सुधीर गुप्ता के नेतृत्व वाली एम्स की फॉरेंसिक टीम ने शीना बोरा और सुनंदा पुष्कर जैसे कई हाई प्रोफाइल मामलों में अपनी चिकित्सकीय-कानूनी राय पेश की थी।