डूबते सूर्य को अर्घ्य के साथ ही उगते सूरज के अर्घ्य तक अपने विधानसभा क्षेत्र सरोजनीनगर के घाटों पर जाकर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाती सिंह व्यवस्था देखती रहीं। इसके साथ ही व्रती महिलाओं व परिजनों को उन्होंने छठ पर्व की बधाई दी।
घाटों पर स्वाती सिंह के लोग व्यवस्था में जुटे थे। शाम व सुबह भक्तों के लिए चाय की व्यवस्था की गयी थी। व्यवस्था के दृष्टिगत रातभर राज्यमंत्री जगकर चारों तरफ निगाह बनाये रहीं। छठ बेदियों पर बैठी व्रती महिलाएं अपने बीच मंत्री को पाकर गदगद हो गयीं। कई जगह महिलाओं ने मांग में सिंदूर भरकर उन्हें आशीष दिया तो कई जगह महिलाओं ने उनके आंचल में प्रसाद डालने की परंपरा पूर्ण की।
छठ पर्व पर पहुंची स्वाती सिंह ने एक-एक कर सभी को बधाई देते हुए उनसे व्यवस्थाओं के बारे में जाना। इसके साथ ही जो भी समस्याएं लोगों ने बताई, उसे जल्द पूरा कराने का आश्वासन दिया। पहले दिन मंत्री स्वाती सिंह दोपहर बाद से ही स्वाती सिंह अपने आवास से घाटों का चक्कर लगाने लगीं। तेलीबाग, अर्जुनगंज, नीलमत्था आदि जगहों पर जाकर वे व्रती महिलाओं और भक्त जनों से मिलीं।
इसके साथ ही कुछ जगहों पर पहले से चल रहे कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया। कई जगह व्रती महिलाओं ने उनके माथे पर चढ़ाया हुआ सिंदूर भरा और विजयी होने का आशीर्वाद दिया। कई जगह महिलाएं उनके साथ फोटो भी खिंचवाती रही।
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उन्होंने कहा कि छठ घाटों के लिए मैं शुरू से ही साफ-सफाई या मरम्मत का काम करती आयी हूं। यह हमारे लिए राजनीति का केन्द्र नहीं है। यह आस्था का केन्द्र है। आस्था में कभी तर्क-वितर्क की जगह नहीं होती। यह मेरे लिए आस्था का केन्द्र है। इसी कारण मैंने प्रयास कर कानपुर रोड स्थित तालाब को छठ पूजा स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग से 48.92 लाख रुपये स्वीकृत कराए। दरोगा खेड़ा स्थित छठ पूजा स्थल सहित कई जगहों पर हमने पुनरुद्धार कराया।