वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोराना वायरस से संक्रमित लोगों की लगातार बढ़ती संख्या के मद्देनजर वाराणसी मंडल के सभी जिलों में कोविड एल-1 एवं एल-2 के सौ-सौ तथा बीएचयू सुपर स्पेशियलिटी सेन्टर में एल-3 अस्पताल में 300 बिस्तरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिये है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यहां के अपने एक दिसवीय दौरे के दौराना आज यहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सेंट्रल हाल सभागार में वाराणसी मंडल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने महामारी से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से किये जार रहे उपायों की विस्तारपूर्वक जानकारी लेने बाद कई निर्देश दिये।
सीएम योगी ने कोविड-19 हॉस्पिटल और एम्स का लिया जायजा, दिए ये निर्देश
श्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना मरीजों की देखभाल एवं अन्य एहतियाती उपायों की व्यवस्था के पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अधिकारियों की पीठ थपथपायी। उन्होंने कहा, “कोविड का अच्छा कार्य हुआ है, इसे और अच्छा करना हैं।”
उन्होंने कहा कि बीएचयू एवं जिला प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय से कार्य कर पूर्वांचल सहित अन्य प्रदेशों बिहार आदि को भी बेहतर चिकित्सा सुविधा दे सकता हैं। बीएचयू एल-3 लेवल के बिस्तरों में विस्तार एवं नॉन कोविड ओपीडी संचालित किया जाना चाहिए। उन्होंने सीनियर डॉक्टरों से भी कोविड मरीजों को जाकर देखने की अपील की है। आरटीपीसीआर के टेस्ट बढ़ाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार बीएचयू को अपेक्षित सहयोग करेगी। बीएचयू ऐसा कार्य करें कि वह दूसरों के लिये अनुकरणीय हो।
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन 35000 टेस्ट आरटीपीसीआर से, लगभग 3000 टेस्ट ट्रोनेट से तथा 40000 टेस्ट एंटीजन कीट से हो रहे हैं। उन्होंने संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर तत्काल उसे अस्पताल या आइसोलेशन आदि में आइसोलेट कर चिकित्सा सुविधा देने पर जोर दिया। मंडल के सभी जनपदों में एल-1 एवं एल-2 अस्पताल विकसित किया जाये, जहां ऑक्सीजन एवं वेंटीलेटर की समुचित व्यवस्था हो। ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था 48 घंटे बफर में रहे।
प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए @UPGovt प्रतिबद्ध है। इस क्रम में मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने आज वाराणसी मंडल में #COVID19 से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा की एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। pic.twitter.com/KuOCIosDuY
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 26, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में स्वच्छता पहला मानक होना चाहिए। अस्पताल में बेडशीट बदलने, समय पर खाना, डॉक्टर का राउंड, शौचालय साफ़, समय से दवाई, ऑक्सीजन चेकअप आदि कार्य निर्धारित समय पर होनी चाहिये। मरीज के लिए प्रतिदिन 100 रुपये खाने का तथा डॉक्टरों के क्वारंटाइन में रहने के लिए 500 रुपये प्रतिदिन उनके खाने आदि पर व्यय का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में एक सामूहिक स्थान का चयन कर वहां टीवी की व्यवस्था की जाए ताकि मरीज खबरें एवं अन्य मोरंजक चीजें देख सकें। इसके साथ ही उन्होंने कोविड अस्पतालों में न्यूज़पेपर की व्यवस्था का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इन उपायों से मरीजों में सकारात्मक उर्जा बढ़ेगी। उनमें विश्वास बढ़ेगा तथा इससे मरीजों के ठीक होने की दर भी बढ़ सकती है।
यूपी में 3260 और लखनऊ में 449 नए कोरोना संक्रमित केस मिले
श्री योगी ने कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं डोर टू डोर सर्वे पर विशेष जोर देते हुए इसे सफलता से चलाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सर्विलांस सही इंसेफ्लाइट जैसी घातक बीमारी में 90 फ़ीसदी कमी आयी हैं। जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश इंसेफेलाइटिस में 1300 से 1500 के बीच मौतें होती थी, वही अब मात्र 120-130 मृत्यु होती है। 05 से 15 जुलाई के दौरान डोर टू डोर सर्वे में जिन लोगों को चिन्हित किया गया है उन सभी का तत्काल नमूने लिये जायें।
उन्होंने कहा कि हर जिले में हजारों की संख्या में एंटीजन किट दी गई है, उनसे जांच किया जाए। सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राइवेट अस्पताल आदि स्थलों पर बूथ बनाकर संदिग्ध व्यक्तियों का व्यापक एंटीजन टेस्ट की जाये। वाराणसी के 90 वार्डों में प्रत्येक में दो-दो टीम लगाएं और डोर टू डोर सर्वे कराकर संदिग्ध मिलने वाले लोगों का रैपिड टेस्ट कराएं जायें।
मुख्यमंत्री ने बीएचयू में अन्य रोगियों के इलाज के लिए भी ओपीडी चालू किए जाने एवं होम आइसोलेशन की शर्तों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित जाने पर जोर दिया। शवों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत दाहसंस्कार किया जाये। उन्होंने कहा निजी प्राइवेट नर्सिंग होम से जो केस ररेफर होकर आते हैं, उसकी केस हिस्ट्री भी साथ भेजी जाए।